प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान एक बड़ी भगदड़ मच गई, जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी। लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के दिन संगम में पवित्र स्नान करने पहुंचे थे, और इस दौरान जब भीड़ का दबाव बढ़ा, तो स्थिति बेकाबू हो गई। यही नहीं, भारी भीड़ की वजह से संगम नोज पर बने पुलिस बूथ तक हवा में झूलने लगे। इस घटना के बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हेलिकॉप्टर से निगरानी शुरू कर दी।
संगम नोज पर पुलिस बूथ तैरने लगा
महाकुंभ मेला, जो कि हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, इस बार लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने में प्रशासन को बहुत मुश्किलें आईं। संगम में पवित्र स्नान करने के लिए पहुंची भीड़ इतनी ज्यादा थी कि संगम नोज पर स्थित एक पुलिस बूथ दबाव के कारण हवा में झूलने लगा। यह दृश्य देख कर ऐसा लगा जैसे वह पुलिस बूथ हवा में तैर रहा हो। पुलिस के मुताबिक, एक ओर से श्रद्धालु उसे हनुमान मंदिर की दिशा में धकेल रहे थे, जबकि दूसरी दिशा से श्रद्धालु मेले की ओर धकेल रहे थे। इस स्थिति के बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी ताकि दबाव कम हो सके और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
पुलिस और प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
इस घटना के बाद प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने के लिए और भी सख्त कदम उठाए। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान संगम नोज पर तैनात किए गए, और साथ ही हेलिकॉप्टर और ड्रोन के जरिए पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी भी शुरू कर दी गई। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।
सीएम योगी ने क्या कहा?
महाकुंभ में भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की। उन्होंने कहा, “आप जिस घाट के पास हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर न जाएं। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है।” सीएम योगी ने यह भी कहा कि श्रद्धालु प्रशासन की मदद करें ताकि माहौल शांतिपूर्वक बना रहे।
सुरक्षा के इंतजाम
महाकुंभ मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कई सुरक्षा उपाय किए हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, पीएसी और आरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, हेलिकॉप्टर और ड्रोन कैमरे के जरिए मेला क्षेत्र पर लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
महाकुंभ के दौरान क्यों होती है भगदड़?
महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक मेलों में इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं कि कभी-कभी व्यवस्था की कमी के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन जाती है। हालांकि इस बार प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी, लेकिन अचानक इतनी ज्यादा भीड़ आने की वजह से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
प्रशासन की अपील
कुंभ मेला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और शांति से स्नान करें। प्रशासन ने यह भी कहा कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और अपने आसपास के माहौल को शांतिपूर्वक बनाए रखें। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को किसी भी स्थान पर भीड़ बढ़ने की स्थिति में तुरंत वहां से निकल जाने की सलाह दी गई है।
महाकुंभ का धार्मिक महत्व
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए आते हैं, क्योंकि माना जाता है कि यहां स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन को खासतौर पर मौनी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है, जो कि विशेष रूप से पुण्य फल देने वाला होता है।