आज, 20 जनवरी, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल का जन्मदिन है। 1945 में जन्मे अजीत डोभाल एशिया के सबसे सफल जासूसों में गिने जाते हैं। उनका नाम न सिर्फ खुफिया मिशनों में बल्कि केंद्रीय शासन में भी एक शक्तिशाली शख्स के रूप में लिया जाता है।
उनसे जुड़ा एक रोचक किस्सा पाकिस्तान से भी है। बताया जाता है कि उन्होंने वहां कई सालों तक मुसलमान बनकर पाकिस्तान की गलियों में अपनी पहचान छिपाए रखी और देश के लिए खुफिया जानकारी जुटाई। अजीत डोभाल की यह बहादुरी और देशभक्ति आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय है।
7 साल तक पाकिस्तान में की जासूसी
अजीत डोभाल ने 7 साल तक पाकिस्तान में भारत के जासूस के तौर पर काम किया। इस दौरान, उन्होंने अपनी पहचान छिपाने के लिए खुद को मुसलमान के रूप में दिखाया। उनकी चतुराई और समझदारी इतनी थी कि कोई भी यह नहीं पहचान सका कि वह भारतीय हैं और हिंदू धर्म से जुड़े हुए हैं। हालांकि, एक वक्त ऐसा भी आया जब उनका असली चेहरा पाकिस्तान में सामने आ गया।
अजीत डोभाल का वो लाहोरी किस्सा
अजीत डोभाल ने एक किस्सा सुनाया जब वह लाहौर के एक मुस्लिम इलाके में रहते थे, जहां एक मशहूर औलिया की मजार है। एक दिन, वहां से गुजरते समय, उन्हें एक शख्स ने रोका। वह आदमी मुसलमान लग रहा था, उसकी लंबी सफेद दाढ़ी थी और वह बहुत आकर्षक दिखता था। अजीत डोभाल ने बताया कि जब वे उसके पास गए, तो उस शख्स ने उनसे कहा, “तुम हिंदू हो।” इस पर अजीत डोभाल ने जवाब दिया, “नहीं, मैं मुसलमान हूं।”
क्यों कराई थी प्लास्टिक सर्जरी?
एक शख्स ने अजीत डोभाल से कहा, “तुम झूठ बोल रहे हो, तुम हिंदू हो।” इस पर डोभाल ने इंकार कर दिया। उसने फिर कहा, “मुझे पता है कि तुम हिंदू हो, क्योंकि तुम्हारे कान छेदे हुए हैं।” तब डोभाल ने बताया, “मैं बाद में धर्म बदल चुका हूं।” लेकिन वह शख्स नहीं माना और बोला, “तुमने धर्म नहीं बदला है।” फिर उसने डोभाल को सलाह दी, “तुम्हें प्लास्टिक सर्जरी करवा लेनी चाहिए, नहीं तो यहां परेशानी हो सकती है।” इसके बाद डोभाल ने सर्जरी करवाई, लेकिन फिर भी उनके कान में हल्का सा छेद दिखाई देता है।