बांग्लादेश में हिंदूओं पर जारी हमलों को लेकर अब अमेरिका ने भी बांग्लादेश को घेरा है। जी हां, संयुक्त राज्य अमेरिका ने बांग्लादेश में धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। अमेरिका ने कहा कि वो बांग्लादेश में घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने बीते गुरुवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग में यह बात बताई है।
बांग्लादेश पर अमेरिका की नजर
बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से हिंदूओँ को निशाना बनाया जाया रहा है। भारत समेत दुनियाभर में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग बांग्लादेश में हिंदूओं के प्रति इस व्यवहार को लेकर आक्रोशित हैं। लेकिन अब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर जारी हमलों को देखते हुए अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी पर नजर रख रही है।
अमेरिका में निकला बांग्लादेश के विरोध में मार्च
प्रोथोम अलो की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक पत्रकार ने सवाल पूछते हुए बताया कि पिछले कुछ हफ्तों से देश भर में कई हिंदू अमेरिकी समूह विरोध मार्च निकाल रहे हैं। वहीं एक मार्च वीकेंड में व्हाइट हाउस के बाहर निकाला गया था। अमेरिका में प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारी शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों की लगातार हत्याओं के खिलाफ़ विरोध कर रहे हैं।
बांग्लादेश पर अमेरिकी सरकार की नजर
बता दें कि एक पत्रकार ने पूछा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति को इन मुद्दों की जानकारी है। क्या उन्होंने संयुक्त राष्ट्र बैठक के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख डॉ. मुहम्मद यूनुस के साथ मुलाकात के दौरान इस बारे में बात की थी? इस सवाल के जवाब में जॉन किर्बी ने कहा कि हम इस पर बहुत, बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति भी घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में सुरक्षा की स्थिति कठिन हो गई है। अमेरिका ने कहा कि हम इस चुनौती से निपटने के लिए उनकी कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सेवाओं की क्षमता बढ़ाने के लिए अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने क्या कहा?
अमेरिका ने कहा कि हम सभी बांग्लादेशी नेताओं के साथ अपनी बातचीत में बहुत स्पष्ट रहे हैं। धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि अंतरिम सरकार के नेताओं ने धर्म या जातीयता की परवाह किए बिना सभी बांग्लादेशियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बार-बार प्रतिबद्धता जताई है।