Amit Shah Fake Video: गुवाहाटी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गुवाहाटी में एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अपने फेक वीडियो को लेकर वे खासे हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनका फेक वीडियो बनाया है। उधर, इस मामले में मंगलवार को गुजरात पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया जिसमें एक आदमी जिग्नेश मेवाणी का करीबी बताया जा रहा है।
गुवाहाटी में अपनी प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि विपक्ष को घोषणापत्र पर चुनाव लड़ना चाहिए न कि फर्जी वीडियो पर। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए ऐसा उन्होंने क्यों किया। शाह ने कहा कि कांग्रेस में निचले स्तर की राजनीति चल रही है और यह सबकुछ राहुल गांधी के नेतृत्व में हो रहा है। शाह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी झूठ फैलाकर जनता के बीच में भ्रांति फैलाना चाहती है। बीजेपी का कहना है कि पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण की समर्थक और हमेशा इसके संरक्षण के लिए भूमिका निभाएगी।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को रिजर्वेशन दिया जिसके चलते ओबीसी का आरक्षण कट गया। धर्म के आधार पर आरक्षण गैर-संवैधानिक है। हम धर्म के आधार पर लादे गए आरक्षण को खत्म करेंगे और एससी, एसटी और ओबीसी के आधार पर न्याय दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि अब फेक वीडियो वायरल करके फर्जी जनसमर्थन हासिल करने की कोशिश निंदनीय है। भारत की राजनीति में किसी प्रमुख दल के द्वारा कभी ऐसा नहीं किया गया।
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को जानकारी दी कि उसने शाह के एक फेक वीडियो के संबंध में कार्रवाई की है जिसमें आरक्षण पर उनके रुख को गलत बताया गया है.
BJP ने मूल वीडियो किया पोस्ट
उधर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया एक्स पर गृहमंत्री के मूल और संपादित वीडियो को साझा किया। इसमें उन्होंने कहा कि जनता को गुमराह करना लोकतंत्र के लिए नुकसानदेह है।” दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि तेलंगाना कांग्रेस विंग अमित शाह का एक संपादित वीडियो फैला रहा है।
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गुजरात से जिग्नेश मेवाणी का करीबी गिरफ्तार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर करने के मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी सतीश वंसोला और आर.बी बारिया आम आदमी पार्टी और कांग्रेस नेता के करीबी बताए जा रहे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी अपनी सफाई दी है। उन्होंने साफ कहा कि वह किसी भी फेक चीज का समर्थन नहीं करते हैं।
बीजेपी का आईटी सेल फर्जी खबर चलाता है। एक मई को पीएम नरेंद्र मोदी की सभा है। इसका मैसेज सही नहीं जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि दलितों को दबाने की कोशिश हो रही है। कहा, ‘सतीश वंसोला हमारे भाई जैसे हैं। वह जान कर गलत कदम नहीं उठा सकते हैं, उनकी नियत गलत नहीं है।’
बताया जाता है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों में सतीश वंसोला कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी का क्षेत्रीय कार्यालय संभालता है जबकि आर.बी बारीया आम आदमी पार्टी के दाहोद जिले का प्रमुख है। इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने अमित शाह की दो सभाओं के वीडियो एडिट कर खास एजेंडे के तहत इसे वायरल कर दिया.
वहीं, डीसीपी लवीना सिन्हा जोन-1 अहमदाबाद ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फेक वीडियो दो फेसबुक प्रोफाइल से सोशल मीडिया पर साझा किया गया जिसके खिलाफ विभिन्न धाराओं और आईटी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। जांच में पता चला कि एक फेसबुक प्रोफाइल सतीश वंसोला के नाम से थी और दूसरी प्रोफाइल आरबी बारिया के नाम से थी। हमने दोनों आरोपियों को 29 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया। जांच जारी है।