Amul Case News अमूल जो एक भरोसेमंद ब्रांड है, अब ये ब्रांड लोगों के लिए खतरा बन गया है। कच्छ (Kutch) में अमूल छाछ पीने वाले कई लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं और अमूल की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। कच्छ में अमूल का छाछ और दही पीने से करीब 600 लोगों का डायरिया हो गया है, जिनका इलाज चल रहा है। इस घटना में अमूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिससे लोगों का भरोसा अमूल से उठता जा रहा है। अमूल जैसे ब्रांड के साथ भी ऐसा होने से लोगों में काफी चर्चा देखने को मिल रही है।
अमूल पर उठ रहे सवाल
अमूल के छाछ-दही के इस्तेमाल (Amul Case News) से 600 से ज्यादा लोगों को फूड पॉइजनिंग हुई है। लोगों में अमूल के प्रोडक्ट्स को लेकर सवाल उठ रहे है कि क्या अमूल छाछ पीने से पहले लोगों को सावधान करने की जरूरत है? और क्या लोगों को अमूल के उत्पाद इस्तेमाल करने से पहले सोचना चाहिए? घटना के बाद कच्छ फूड एंड ड्रग्स ने दही के 18 सैंपल लिए हैं। प्रभारी डीडीओ अपर कलेक्टर मितेश पंड्या ने बताया कि छाछ और दही की ऐसी पैकिंग से एक-दो दिन तक बचना चाहिए। राष्ट्रीय दलित अधिकार अध्यक्ष नरेशभाई माहेश्वरी ने प्रस्तुतिकरण दिया। मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, पश्चिम कच्छ एसपी, डीजीपी को ट्विटर पर प्रतिनिधित्व किया गया है और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया गया है। हालाँकि, अमूल डेयरी के स्वामित्व वाली सरहद डेयरी ने एक लचर बचाव किया है कि दही खाने के बाद केवल 3 से 4 लोग बीमार पड़े हैं।
अकेले दही और छाछ से लगभग 600 लोगों को हुआ डायरिया
आज देश-विदेश में लाखों लोग अमूल ब्रांड के दूध उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन अमूल अपनी साख खोता जा रहा है। अमूल का छाछ और दही लोगों के लिए जानलेवा बनता जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक यह बात सामने आई है कि कच्छ में अमूल दूध पीने वाले कई लोग अस्पताल पहुंच गए हैं। यहां सिर्फ दही और छाछ से ही करीब 600 लोगों को डायरिया हो गया है। जानकारी के मुताबिक, बड़ी संख्या में लोगों के स्वास्थ्य के कारण गांधीधाम तालुका में आपूर्ति किए जाने वाले दूध उत्पाद, छाछ, दही को वापस ले लिया गया है। साथ ही खाद्य एवं स्वास्थ्य विभाग ने दुकानों में सघन चेकिंग की जा रही है।
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बाजार से सामान वापस ले लिया गया
पुरानी छाछ, दूध रखने वालों पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करेगा यह चर्चा भी तेज हो गई है। दूध उत्पादों से खाद्य विषाक्तता होने की व्यापक आशंका है। बता दें कि पिछले दो दिनों में बड़ी संख्या में डायरिया के मामले सामने आए हैं और दूध बनाने वाली कंपनी ने भी बाजार से सामान वापस ले लिया है।
दूध-दही और छाछ पीने से लोगों को डायरिया हुआ
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भुज में कच्छ जिला पंचायत कैंटीन की जांच की। जांच में पता चला कि तैयार दूध-दही और छाछ पीने से Amul Case News लोगों को डायरिया हुआ है। कच्छ बॉर्डर डेयरी के अधिकारी अभी भी चुप हैं। इसकी पुष्टि खुद जिला महामारी अधिकारी जितेश खोरासिया ने की है. उन्होंने हर उस दुकान की भी जांच की जहां अमूल बेचा जाता है। उधर, ईचार्ज डीडीओ मितेश पंड्या ने भी एक दिन के लिए कच्छ में अमूल की छाछ, दही नहीं पीने की बात कही।
सैंपल किए गए कलेक्ट
फिलहाल कच्छ खाद्य एवं औषधि विभाग ने जिले से 18 नमूने जांच के लिए वडोदरा सरकारी प्रयोगशाला में भेजे हैं। कच्छ सरहद डेयरी के चेयरमैन वालमजी हंबल पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं और उनसे टेलीफोन पर संपर्क नहीं हो सका है। राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के प्रदेश अध्यक्ष नरेशभाई माहेश्वरी ने ट्वीट कर अमूल के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही ये सवाल भी है कि क्या वाकई अमूल जैसे ब्रैंड से हमारे लिए अच्छे है या वाकई इन पर निगरानी रखने की जरूरत है।