इजरायली हमलों पर अरब देशों का एकजुट विरोध, सऊदी क्राउन प्रिंस ने इजरायल को दी चेतावनी
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का बड़ा बयान सामने आया है। रियाद में अरब देशों के नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए गाजा में लगातार हो रहे इजरायली हमले को लेकर सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इजरायल की कड़ी निंदा की है। मोहम्मद बिन सलमान ने इजरायली कार्रवाई को नरसंहार करार दिया है।
इजरायल और फिलिस्तीन का संघर्ष रूके
बता दें कि इजरायली हमले को लेकर रियाद में अरब देशों के नेताओं की बैठक हो रही थी। इस बैठक में यूएई,पाकिस्तान समेत सभी मुस्लिम देशों के नेता मौजूद थे। इस शिखर सम्मेलन में सऊदी क्राउन प्रिंस ने लेबनान और ईरान पर इजरायली हमलों की भी आलोचना की है। इस दौरान मोहम्मद बिन सलमान ने कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे तेहरान के साथ संबंधों में सुधार का संकेत दिया। उन्होंने इजरायल को चेतावनी जारी करते हुए ईरान पर हमले न बढ़ाने की बात कही है।
दुनिया को रोकना चाहिए ये युद्ध
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल को ईरान पर हमला करने से रोकने की अपील की है। इसके साथ ही ईरान की संप्रभुता का सम्मान करने को कहा है। वहीं सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने गाजा में युद्ध नहीं रोक पाने को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की विफलता बताया और इजरायल पर इस क्षेत्र में भुखमरी पैदा करने का आरोप लगाया है।
नरसंहार रोकना होगा
बता दें कि इजरायल लगातार नरसंहार के आरोपों से इनकार करता रहा है। इजरायल का कहना है कि उसकी सैन्य कार्रवाई का उद्देश्य आतंकवादी समूह हमास को निशाना बनाना है। वहीं शिखर सम्मेलन में नेताओं ने गाजा में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों और सुविधाओं पर इजरायल के बार-बार हमलों की निंदा की है। इजरायल के तरफ से हाल ही में संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी को इजरायल और पूर्वी यरुशलम में काम करने से बैन करने वाला कानून पारित करने के फैसले की आलोचना की गई है, जिसमें एजेंसी पर हमास के साथ सहयोग करने का आरोप लगाया था।
फिलिस्तीन आजाद देश
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि फिलीस्तीन एक आजाद देश है। मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि उसे अलग देश का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने ईरान के साथ रिश्तों में सुधार का भी संकेत दिया है। सलमान ने इजराइल को ईरान पर हमला नहीं करने की चेतावनी दी और वेस्ट बैंक और गाजा से इजराइली सेना की वापसी की भी मांग की है।गाजा में जंग शुरू होने के बाद पहली बार है जब सऊदी अरब ने इजराइल की इतनी कड़ी आलोचना की है।