अर्श डाला का नाम इन दिनों सुर्खियों में है, और इसका कारण सिर्फ उसकी गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि भारत सरकार द्वारा कनाडा से उसके प्रत्यर्पण की मांग भी है। अर्श डाला, जिसे भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया है, हाल ही में कनाडा में गिरफ्तार हुआ है और अब भारत उसे वापस लाने की कोशिश कर रहा है। आइए जानते हैं कि अर्श डाला कौन है और इस पूरे मामले ने भारत और कनाडा के रिश्तों को कैसे प्रभावित किया है।
अर्श डाला कौन है?
अर्श डाला का पैतृक गांव मोगा जिले के डाला गांव में स्थित है। इस गांव के लोग बताते हैं कि अर्श डाला एक साधारण परिवार से था, लेकिन 2016 के बाद उसका जीवन एक अपराधी के रूप में बदल गया। गांव के लोग कहते हैं कि पिछले 6-7 साल से डाला के घर पर कोई नहीं आया है। कई बार पुलिस या एनआईए की टीम डाला के घर पर छापेमारी करने आती रही है, लेकिन अब वहां ताला लटका हुआ है।
अर्श डाला की गिरफ्तारी
अर्श डाला को कनाडा के ओंटारियो प्रांत के मिल्टन शहर से गिरफ्तार किया गया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, अर्श डाला एक कुख्यात आतंकवादी है, जो खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में सक्रिय था। भारत सरकार ने जुलाई 2023 में डाला को “आतंकवादी” घोषित किया था। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा से उसे वापस लाने की मांग की थी। हाल ही में उसकी गिरफ्तारी के बाद, भारत अब प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में लगा हुआ है।
अर्श डाला का भारत और कनाडा के बीच कनेक्शन
अर्श डाला का नाम पहली बार 2018 में चर्चा में आया था जब पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को खालिस्तान समर्थक नेताओं की एक लिस्ट सौंपी थी, जिसमें डाला का भी नाम था। डाला 2018 में कनाडा चला गया था और वहां खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ गया था। इसके बाद से वह पंजाब में आतंकवाद फैलाने की कोशिशों में शामिल रहा है।
खालिस्तान टाइगर फोर्स और अर्श डाला का आतंकवादी कनेक्शन
अर्श डाला खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख सदस्य था, एक ऐसा संगठन जिसे भारत सरकार ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। डाला ने पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कनाडा से ऑपरेशन्स को संचालित किया। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के अनुसार, डाला और KTF के अन्य सदस्य मिलकर पंजाब में टार्गेटेड किलिंग्स और आतंकवादी हमलों को अंजाम देते थे। इसके अलावा, डाला और उसके साथी भारत में बड़े पैमाने पर धमाके और हत्या की घटनाओं में शामिल थे।
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अर्श डाला पर दर्ज आरोप: हत्या, रंगदारी और आतंकवाद
अर्श डाला के खिलाफ पंजाब में हत्या, रंगदारी, और आतंकवाद से जुड़े 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। पंजाब पुलिस के अनुसार, डाला ने कई प्रमुख अपराधों को अंजाम दिया, जिनमें लुधियाना में एक इलेक्ट्रीशियन की हत्या, मानसा में पेट्रोल पंप पर ग्रेनेड हमला, और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के नेता गुरप्रीत सिंह हरि नौ की हत्या शामिल हैं। इसके अलावा, डाला के खिलाफ मोगा, संगरूर, मुक्तसर, बरनाला, और तरनतारन जैसे जिलों में भी हत्या और फिरौती के मामले दर्ज किए गए हैं।
कनाडा से प्रत्यर्पण की उम्मीद
अर्श डाला के खिलाफ इतने गंभीर आरोपों और उसकी आतंकवादी गतिविधियों को देखते हुए, भारत सरकार ने कनाडा से उसका प्रत्यर्पण करने की मांग की है। हालांकि, कनाडा ने पहले भारत के अनुरोध को नकारा कर दिया था, लेकिन अब जब डाला की गिरफ्तारी हो चुकी है, भारत सरकार ने फिर से उसे प्रत्यर्पित करने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर ली है।
भारत सरकार के मुताबिक, डाला को भारत लाकर उसके खिलाफ दर्ज मामलों की सुनवाई की जाएगी, ताकि वह अपने किए गए अपराधों का सामना कर सके। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि कनाडा से डाला को वापस लाने की प्रक्रिया सफल होगी।
क्या है अर्श डाला का अतीत?
अर्श डाला का अपराधी इतिहास बहुत पुराना है। वह 2016 में पहली बार सुर्खियों में आया था जब पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ एक बैंक गार्ड से हथियार छीनने का मामला दर्ज किया था। इसके बाद डाला का नाम कई और गंभीर अपराधों से जुड़ा, और 2018 में कनाडा जाने के बाद उसकी गतिविधियाँ और भी बढ़ गईं। कनाडा में रहते हुए, डाला ने खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी और भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची।
भारत और कनाडा के बीच तनाव
भारत सरकार और कनाडा के बीच डाला के प्रत्यर्पण को लेकर विवाद लगातार बढ़ रहा है। 2023 में कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई थी। भारत ने निज्जर की हत्या में कनाडाई अधिकारियों का हाथ होने का आरोप लगाया था, जबकि कनाडा ने इस आरोप को नकारा किया था। इस बीच, भारत ने डाला की गिरफ्तारी के बाद उसे कनाडा से वापस लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
क्या कनाडा डाला को भारत प्रत्यर्पित करेगा?
कनाडा और भारत के बीच कभी अच्छे, कभी तनावपूर्ण संबंधों के कारण डाला के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण हो सकती है। हालांकि, भारत सरकार ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने का दावा किया है और उसे उम्मीद है कि डाला को जल्द ही भारत लाकर उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा।