दिल्ली में नई सरकार के गठन और मुख्यमंत्री पद की शपथ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। हालांकि, अभी तक बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए यह सवाल उठ रहा है कि अब वे पूर्व सीएम के रूप में कितनी पेंशन और सरकारी सुविधाएं प्राप्त करेंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद केजरीवाल अब पूर्व मुख्यमंत्री बन गए हैं।
केजरीवाल को कितनी मिलेगी पेंशन?
दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल को मासिक वेतन 60 हजार रुपये और अन्य भत्तों सहित कुल 1.25 लाख रुपये मिलते थे। लेकिन अब वे पूर्व मुख्यमंत्री हैं, इसलिए उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। हालांकि, पूर्व विधायक के रूप में उन्हें पेंशन मिलेगी। दिल्ली में पूर्व विधायकों को हर महीने 15 हजार रुपये पेंशन मिलती है। अगर कोई विधायक एक से ज्यादा बार चुनाव जीतता है, तो उसकी पेंशन में हर बार एक हजार रुपये की बढ़ोतरी हो जाती है।
पूर्व सीएम को मिलने वाली सरकारी सुविधाएं
दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री को कई सरकारी सुविधाएं मिलती हैं। अरविंद केजरीवाल भी इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इनमें सबसे पहले सरकारी आवास शामिल है। केजरीवाल को सरकारी आवास मिल सकता है, जहां वे रह सकते हैं। इसके अलावा, उन्हें सरकारी वाहन और ड्राइवर की सुविधा भी मिलेगी।
टेलीफोन, इंटरनेट और यात्रा भत्ता
पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल को टेलीफोन और इंटरनेट की सुविधाएं भी मिलेंगी। इसके साथ ही, उन्हें यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा। यह भत्ता उनकी आधिकारिक यात्राओं के लिए होगा।
फ्री मेडिकल सुविधा
केजरीवाल और उनके परिवार को फ्री मेडिकल सुविधा भी मिलेगी। यह सुविधा उनके और उनके परिवार के स्वास्थ्य संबंधी खर्चों को कवर करेगी।
दिल्ली में पूर्व विधायकों को मिलती है ये पेंशन
दिल्ली में पूर्व विधायकों को मिलने वाली पेंशन और सुविधाओं में 14 फरवरी 2023 से बदलाव किया गया था। दिल्ली विधानसभा की वेबसाइट के मुताबिक, पूर्व विधायकों को हर महीने 15 हजार रुपये पेंशन मिलती है। अगर कोई विधायक एक से ज्यादा बार चुनाव जीतता है, तो उसकी पेंशन में हर बार एक हजार रुपये की बढ़ोतरी हो जाती है।
केजरीवाल के लिए क्या है आगे का रास्ता?
अरविंद केजरीवाल अब पूर्व मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनकी राजनीतिक यात्रा यहीं खत्म नहीं होती। वे अभी भी आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं और उनकी पार्टी दिल्ली में विपक्ष की भूमिका निभाएगी। इसके अलावा, वे पूर्व सीएम के रूप में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
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