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आसाराम बापू को मिली 17 दिनों की पैरोल, इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से जाएंगे महाराष्ट्र

राजस्थान हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को थोड़ी राहत दी है। राजस्थान हाईकोर्ट ने आसाराम को इलाज के लिए एक बार फिर से 17 दिन की पैरोल दी है। बता दें कि आसाराम के अधिवक्ता ने राजस्थान हाई कोर्ट में महाराष्ट्र के पुणे स्थित अस्पताल में उपचार के लिए याचिका पेश की थी. जिसके बाद कोर्ट इलाज के लिए 17 दिनों की पैरोल दी है।

एयर एंबुलेंस से जाएंगे महाराष्ट्र

जानकारी के मुताबिक राजस्थान हाईकोर्ट में आसाराम के वकील ने उनके उपचार के लिए पैरोल के लिए याचिका दाखिल की थी। इस याचिका पर सुनवाई के बाद आसाराम को 17 दिन की उपचार के लिए पैरोल दी गई है। जिसमें 15 दिन उपचार के लिए और दो दिन ट्रैवलिंग के लिए दिया गया है। वहीं कोर्ट ने पुलिस-प्रशासन को पूर्व में दी गई पैरोल की शर्तें लागू करने के लिए कहा है। जानकारी के मुताबिक एयर एंबुलेंस से आसाराम को महाराष्ट्र के माधवबाग अस्पताल ले जाया जाएगा।

17 दिनों की मिली पैरोल

आसाराम के अधिवक्ता कालूराम भाटी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि न्यायालय में आसाराम के उपचार के लिए याचिका पेश की थी। उन्होंने बताया कि हमने कोर्ट को बताया था कि महाराष्ट्र के माधव बाग आयुर्वेद अस्पताल में 7 दिन पेरोल के दौरान हुए उपचार से आसाराम की स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ था। इसलिए उनको दोबारा पैरोल दी जाए, जिससे उनका उपचार हो सके। वहीं कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के बाद 17 दिन की पैरोल के आदेश दिए हैं। बता दें कि कोर्ट ने आसाराम को पूर्व में दी गई पैरोल की शर्तें लागू करने के लिए कहा है।

आरोग्य आयुर्वेद अस्पताल में चल रहा इलाज

आसाराम के वकील कालूराम भाटी ने बताया कि इन दिनों आसाराम जोधपुर के निजी आरोग्य आयुर्वेद अस्पताल में अपना उपचार करवा रहे हैं। वहीं आसाराम 15 दिसंबर तक जोधपुर के आरोग्य अस्पताल में ही रहेंगे। इसके बाद 15 दिसंबर को आसाराम को जोधपुर से एयर एंबुलेंस के जरिए महाराष्ट्र के माधव बाग आयुर्वेद अस्पताल के लिए ले जाया जाएगा, जिसके बाद वो वापस 2 जनवरी 2025 को जोधपुर पहुंचेंगे।

अंतिम सांस तक कठोर कारावास की  सजा काट रहे हैं आसाराम

जानकारी के लिए बता दें कि 14 और 15 अगस्त 2013 में आसाराम द्वारा जोधपुर के मणाई स्थित आश्रम में अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म किया था। जिसके बाद दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद उस एफआईआर को जोधपुर भेजा गया था। जिसके बाद जोधपुर पुलिस ने मौका तस्दीक करने के बाद 31 अगस्त की रात को आसाराम को छिंदवाड़ा स्थित आश्रम से गिरफ्तार किया था और एक सितंबर को जोधपुर लेकर पहुंची थी। उसके बाद से ही आसाराम अंतिम सांस तक कठोर कारावास की सजा के तौर पर जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।