Himanta Biswa Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के ‘चाइनीज वर्जन ऑफ योगी’ वाली टिप्पणी पर हमला बोला है। हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार करते हुए कहा कि आरजेडी नेता को बिहार में सत्ता में रहते हुए चार घंटे की छुट्टी लागू करनी चाहिए थी।
तेजस्वी ने क्या कहा था?
बता दें कि इससे पहले असम विधानसभा के मुस्लिम विधायकों के लिए दो घंटे की नमाज की छुट्टी को खत्म करने के निर्णय पर हिमंत बिस्वा सरमा पर कटाक्ष करते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा था कि बीजेपी नेता ‘योगी का चाइनीज वर्जन’ बन गए हैं और सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री सस्ती लोकप्रियता हासिल करने एवं “योगी का चाइनीज़ वर्जन” बनने के प्रयास में जानबुझकर मुसलमानों को परेशान करने वाले कृत्य करते रहते है। BJP के लोगों ने नफ़रत फैलाने, मोदी-शाह का ध्यान आकृष्ट करने एवं समाज में धुर्वीकरण करने के लिए मुसलमान भाइयों को सॉफ्ट टारगेट… pic.twitter.com/tVue9mXoY9
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 30, 2024
क्या बोले हिमंत बिस्वा सरमा
तेजस्वी के बयान पर बोलते हुए असम के सीएम ने कहा कि वह मेरी आलोचना कर रहे हैं। लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं, क्या बिहार में ऐसी कोई प्रथा है? आपको बिहार के उपमुख्यमंत्री रहते हुए चार घंटे की छुट्टी लागू करनी चाहिए थी। पहले इसका पालन करें फिर उपदेश दें। सरमा ने कहा कि मैं दो घंटे की जुम्मा की छुट्टी फिर से लागू करूंगा अगर जो लोग मुझे सलाह दे रहे हैं, वे पहले अपने राज्यों में चार घंटे की छुट्टी लागू करें।
असम में जुम्मे के ब्रेक को ख़त्म करने के निर्णय को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया। बिहार या देश की किसी भी अन्य विधानसभा में ऐसा कोई ब्रेक है ही नहीं। मैं हैरान हूँ कि असम के बाहर के लोग बिना सोचे-समझे इसका विरोध कर रहे हैं। pic.twitter.com/fuUhhEi1nf
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 31, 2024
शहजाद पूनावाला राहुल गांधी से पूछे सवाल?
वहीं हिमंत के जवाब से पहले बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने पोस्ट किया, ‘तेजस्वी यादव असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को ‘चाइनीज’ कहते हैं क्योंकि वह असमिया हैं और उत्तर-पूर्व से हैं! यह INDIA अलायंस की रंगभेदी मानसिकता को दर्शाता है, और ऐसा लगता है कि सैम पित्रोदा ने तेजस्वी के मन पर प्रभाव डाला है जब वह ऐसी रंगभेदी टिप्पणियां करते हैं। क्या राहुल गांधी या गौरव गोगोई इसे ‘मोहब्बत की दुकान’ के रूप में मानते हैं? क्या वे ऐसी असंवैधानिक, भारत जोड़ो विरोधी, रंगभेदी और घृणास्पद टिप्पणियों के लिए आरजेडी से संबंध समाप्त करेंगे?’
क्या है पूरा मामला
दरअसल ये पूरा मामला असम विधानसभा के मुस्लिम विधायकों के लिए दो घंटे की नमाज की छुट्टी को समाप्त करने के निर्णय से उपजा है। असम विधानसभा ने शुक्रवार को दो घंटे की नमाज की छुट्टी को समाप्त कर दिया है। इस ननिर्णय का समर्थन करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम को छोड़कर, लोकसभा या राज्यसभा में 1937 की ब्रिटिश विरासत से कोई ऐसी प्रथा नहीं है। उन्होंने कहा कि दो घंटे की जुम्मा की छुट्टी को समाप्त करने का निर्णय केवल मुख्यमंत्री का नहीं था, बल्कि सभी हिंदू और मुस्लिम विधायकों का था।
बता दें कि जब विधानसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की तो सदन में किसी भी मुस्लिम विधायक ने विरोध नहीं किया। असम विधानसभा में कुल 126 विधायकों में से 25 मुस्लिम विधायक हैं। सरमा ने कहा कि किसी भी विधायक को इस निर्णय से कोई समस्या नहीं थी। केवल राज्य से बाहर के लोगों ने इस पर सवाल उठाए हैं।
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