Manipur violence

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोली और बमबारी से दहल उठे मणिपुर के गांव; सीएम एन बीरेन ने की कड़ी निंदा

मणिपुर के इंफाल ईस्ट के कुछ गांवों में हथियारबंद लोगों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने बताया कि इम्फाल ईस्ट के सनसाबी और थमनापोकपी गांवों में कुकी उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में कई आम लोग और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने इसे बेहद कायरतापूर्ण कदम बताया और कहा कि बिना किसी वजह के ऐसा हमला करना शांति और सद्भाव पर हमला है।

#Manipur
Innocent #Meiteis were forced to flee #Thamnapokpi, Imphal East, after a brutal attack by #KukiTerrorists!

Today, hundreds of innocent Meiteis were displaced from their homes. This is a part of #Pogrom against the peaceful Meitei Hindus.

And, they need our attention.… pic.twitter.com/9AGWRVpOQ8

— AI Day Trading (@ai_daytrading) December 28, 2024

शांति और एकता बनाए रखने की अपील 

उन्होंने बताया कि गोलीबारी से प्रभावित इलाकों में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। घायलों को तुरंत मदद दी जा रही है। सरकार ने लोगों से शांति और एकता बनाए रखने की अपील की है। ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस के बीच अच्छा तालमेल और समझ होना जरूरी है।

मणिपुर के गांव में फिर चली गोलियां 

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, “इम्फाल ईस्ट के सनसाबी और थमनापोकपी में कुकी उग्रवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। निर्दोष लोगों पर यह कायरतापूर्ण और अकारण हमला शांति और सद्भाव पर हमला है।… pic.twitter.com/Snpm9RsyZ6

— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2024

ईंफाल ईस्ट जिले के एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सनसाबी और थमनापोकपी गांवों में कुछ हथियारबंद लोग आए और अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने लोगों के घरों पर बम भी फेंके। घटना के बाद सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान, वहां मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे और अफरा-तफरी मच गई।

अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि किसी की जान गई हो, लेकिन कुछ लोग और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। सुरक्षाबलों ने महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। गोलीबारी और बमबाजी की आवाज सुनकर बच्चे डर के मारे रोने लगे। उन्हें किसी तरह से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

 

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