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साईं बाबा की प्रतिमाओं को हटाने के लिए सनातन रक्षक दल के सदस्यों ने पहले बड़े गणेश मंदिर में स्थापित साईं की मूर्ति को कपड़े में लपेटकर मंदिर से बाहर निकाला।

मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव से एक महत्वपूर्ण सवाल किया है। अदालत ने उनसे पूछा कि जब उन्होंने अपनी बेटी की शादी कर दी है, तो वे दूसरों की बेटियों को संन्यासिन बनने के लिए क्यों प्रेरित कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार को ‘विषकन्या’ के रूप में देखा जाना चाहिए। गडकरी ने स्पष्ट रूप से कहा, “जिसके साथ जाती है, उसे डुबाती है।”

देशभर में हो रही बुलडोजर कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इस मामले की सुनवाई शीर्ष अदालत की जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की बेंच कर रही है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के लिए भारत के साथ कड़वे रिश्ते रखना महंगा साबित हो रहा है। हालात यह हैं कि बांग्लादेश अब नेपाल से 40 मेगावाट बिजली के लिए गुहार लगाने पर मजबूर हो गया है। 4 अक्टूबर को बांग्लादेश और नेपाल सरकार के बीच इस बिजली सप्लाई के लिए समझौता होने की संभावना […]

चिंटू वर्मा का कहना है कि गरबा पंडाल में कई तरह के लोग आते हैं, और उनकी पहचान करना मुश्किल होता है। इस वजह से, यदि हर व्यक्ति को गौ मूत्र दिया जाए, तो यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल हिंदू श्रद्धालु ही पंडाल में प्रवेश कर सकें।

सोमवार, 30 सितंबर 2024 को भारतीय शेयर बाजार में एक गंभीर गिरावट (Stock Market Crash) देखी गई।  जिससे निवेशकों का कुल नुकसान 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। निफ्टी 368 अंकों की गिरावट के साथ 25,810 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1,272 अंकों की कमी के साथ 84,299 पर समाप्त हुआ। बैंक निफ्टी भी 856 अंकों की गिरावट के साथ 52,978 पर बंद हुआ।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के पहले, एकनाथ शिंदे की सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सरकार ने गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा देने की घोषणा की है।

बनान में 75-80 प्रतिशत ईसाई आबादी रहती थी। लेकिन समय के साथ अब एक ऐसा देश बन गया है जहां मुस्लिम जनसंख्या का बड़ा हिस्सा है। यह बदलाव कई कारणों से हुआ है। आइए जानते हैं कि यह परिवर्तन कैसे आया।

सपा ने 10 सीटों में से 7 पर संभावित प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं। पार्टी ने सभी संभावित उम्मीदवारों को चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए हैं।

प्रियंका गांधी ने सभा में कहा, “यहां के किसानों को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्हें एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कोई कानूनी गारंटी नहीं मिली।”

आजाद ने अपने भाषण में यह भी कहा कि वह कभी भी झूठी आशाएँ नहीं देंगे और न ही अवास्तविक वादे करेंगे। उन्होंने कहा, “कुछ लोग झूठ के अभ्यस्त हो गए हैं और उन झूठों के आधार पर मतदान कर रहे हैं। मैं हमेशा सच बोलता हूँ, जिसे कुछ ही लोग समझ पाते हैं।”