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भरी मैगजीन के साथ पकड़े गए बाबा सिद्दीकी के हत्यारे, जानें इनकी पूरी कुंडली

Baba Siddique Murder
Baba Siddique’s murder: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में कथित रूप से शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की तस्वीरें भी सार्वजनिक की गई हैं, और इन दोनों को भरी हुई मैगजीन के साथ पकड़ा गया है। इनमें से एक आरोपी का नाम गुरमैल सिंह है, जो हरियाणा का निवासी है, जबकि  अन्य दोनों उत्तर प्रदेश से है।

जानकारी के मुताबिक ये दो शूटर उत्तर प्रदेश के बहराइच से हैं। बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने इसकी पुष्टि की है। एक आरोपी का नाम धर्मराज कश्यप है, जिसे मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दूसरा आरोपी, शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा, फरार है। दोनों आरोपी एक ही गांव गंडारा के निवासी हैं और पड़ोसी हैं। उनकी उम्र करीब 18-19 साल है और वे पुणे में कबाड़ के कारोबार से जुड़े थे।

कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला

अभी तक, बहराइच में इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि तीसरे आरोपी शिवा की तलाश के लिए क्राइम ब्रांच की 15 टीमें जुटी हुई हैं। जानकारी के अनुसार, शिवा और धर्मराज हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए रिक्रूट हुए थे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग अक्सर नए लड़कों का इस्तेमाल करता है।

शिवा ने कुछ महीने पहले धर्मराज को पुणे में काम के लिए बुलाया था। सुपारी देने वाले व्यक्ति ने इन दोनों की मुलाकात गुरमैल से कराई थी। मार्च में धर्मराज और शिवकुमार मुंबई आए थे, इसके बाद से परिवार को उनकी कोई जानकारी नहीं मिली।

धर्मराज के माता-पिता को बहराइच पुलिस ने हिरासत में लिया है। शिवा के पिता का कहना है कि उनके बेटे को बहकाया गया, जबकि धर्मराज की मां ने बताया कि धर्मराज दिल्ली जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन कैसे मुंबई पहुंचा, यह नहीं पता। सूत्रों के अनुसार, ये शूटर अंडरवर्ल्ड में नाम बनाने के लिए बाबा सिद्दीकी पर हमला करने आए थे।

कैथल जेल में बंद था गुरमेल

गुरमेल, तीसरे आरोपी, कैथल जिले के गांव नरड का रहने वाला है। वह 2019 में एक हत्या के मामले में कैथल जेल में बंद था, और जमानत पर बाहर आने के बाद मुंबई चला गया, जहां उसके लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों से संपर्क बने। गुप्त सूत्रों के मुताबिक, उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह लंबे समय से गांव में नहीं रहा था।

आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी और वे डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे, उन पर नजर रख रहे थे। मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं।

सोशल मीडिया पर पोस्ट भी वायरल

इनसब के बीच सोशल मीडिया पर शुभु लोनकर नाम के एक शख्स ने एक विवादित पोस्ट साझा किया है। इस पोस्ट में कहा गया है कि जो लोग सलमान खान और दाऊद की मदद करेंगे, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस पोस्ट को मुंबई क्राइम ब्रांच ने जांच के लिए उठाया है, लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।

शुभु लोनकर ने फेसबुक पर लिखा, “सलमान खान, हमने यह जंग नहीं चाही थी, लेकिन तुमने हमारे भाई को नुकसान पहुँचाया।” उन्होंने आगे कहा कि आज बाबा सिद्दीकी की छवि को लेकर बातें की जा रही हैं, जबकि वह एक समय दाऊद के साथ मकोका एक्ट में थे।

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पोस्ट में यह भी कहा गया, “हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है, लेकिन जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करेगा, उसे अपने हिसाब-किताब का ध्यान रखना चाहिए। अगर हमारे किसी भाई को नुकसान पहुँचाया गया, तो हम प्रतिक्रिया देंगे।” इस पोस्ट के अंत में हैशटैग के साथ लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप, अनमोल बिश्नोई और अंकित भादू शेरेवाला के नाम भी जोड़े गए हैं।

शुभु लोनकर की पहचान पर भी सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शुभु लोनकर का असली नाम शुभम लोंकर हो सकता है। उसे इस साल फरवरी में महाराष्ट्र पुलिस ने अकोला से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस की जांच में शुभम का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से सामने आया था, और उसने स्वीकार किया था कि उसकी बातचीत अनमोल बिश्नोई और खुद लॉरेंस बिश्नोई से होती थी।

कैसे हुई हत्या?

बता दें बाबा सिद्दीकी की हत्या की यह घटना दशहरा के मौके पर हुई। रिपोर्ट के अनुसार, वह अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे, तभी उन पर गोलियां चलाई गईं। आरोपियों ने इस हमले के लिए पटाखों का इस्तेमाल एक कवर के रूप में किया था, जिससे उन्हें हमला करने का मौका मिल गया।

NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी कानून और व्यवस्था अपने हाथ में नहीं ले सकता और सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडनवीस और अजीत पवार ने भी घटना पर चिंता व्यक्त की है।

अजीत पवार ने इस हमले को एक अच्छे सहयोगी और दोस्त की खोने का दुखद क्षण बताया और कहा कि हमले के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, देवेंद्र फडनवीस ने लीलावती अस्पताल जाकर घटना का जायजा लिया और कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी।

विपक्ष का सरकार पर हमला

इस घटना ने विपक्षी नेताओं को भी सक्रिय कर दिया है। NCP(SP) के नेता शरद पवार ने ट्विटर पर इस घटना पर दुख जताया और कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार राज्य की गाड़ी को इतनी नरमी से चलाएगी, तो यह आम लोगों के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। उन्होंने मामले की न केवल जांच करने की जरूरत बताई, बल्कि जिम्मेदारी स्वीकार कर सत्ता में बैठे लोगों को पद छोड़ने की भी मांग की।

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उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने भी सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर मुंबई में पूर्व विधायक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सरकार सुरक्षा नहीं कर सकती, तो गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफा दे देना चाहिए।

NCP(SP) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस घटना पर दुख जताया और इसे कानून व्यवस्था की दुर्दशा का एक और उदाहरण बताया।

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