Baltimore Bridge Collapse

Baltimore Bridge Collapse: बाल्टीमोर में जहाज की टक्कर से ढहा पुल, 6 लोगों के मरने की आंशका

Baltimore Bridge Collapse: अमेरिका में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यह हादसा अमेरिका (Baltimore Bridge Collapse) के बाल्टीमोर हार्बर इलाके में हुआ था। जिसमे मैरीलैंड प्रांत के बाल्टीमोर में पटाप्सको नदी पर बने 2.57 किमी लंबे ऐतिहासिक फ्रांसिस स्कॉट ब्रिज से एक मालवाहक जहाज टकराने के बाद पुल टूट कर नदी में गिर गया। जिसकी वजह वहां से गुजर रहे कई वाहन और लोग नदी में गिर गए थे। अब इस हादसे के बाद लापता हुए लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है।

6 लोगों के मरने की आंशका:-

इस हादसे में लापता हुए 6 निर्माण श्रमिकों के लिए सर्च ​अभियान चलाया गया था। लेकिन अब इस मामले पर अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने कहना है कि पुल ढहने की वजह से लापता हुए 6 लोगों की तलाश को रोक दिया गया है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि अभी इस सर्च अभियान को बुधवार तक के लिए निलंबित कर दिया गया है। क्योंकि अब इस बात की काफी कम उम्मीदें है कि इस हादसे में लापता हुए अब तक​ लोग जिंदा होंगे।

हादसे पहले जहाज के चालक ने मांगी थी मदद:-

Baltimore Bridge Collapse

मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने बताया कि मालवाह जहाज के चालक द्वारा हादसे से कुछ समय पहले ही मदद मांगी गई थी। वहीं इस हादसे के पीछे बिजली से जुड़ी समस्या बताई जा रही है। पर्याप्त बिजली ना होने की वजह से मालवाहक जहाज पुल से टकराया होगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने जताया दुख:-

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बाल्टीमोर ब्रिज हादसे पर अपना दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह एक भयानक हादसा था। हमारी प्रार्थनाएं इस हादसे में शामिल सभी लोगों के साथ है। जो बाइडन ने कहा कि इस हादसे के बाद बाल्टीमोर बंदरगाह में जहाज यातायात को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है।

पुल के घाट से टकरा गया था जहाज:-

ग्रेस ओशियन कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड सिंगापुर के झंडे वाला मालवाहक जहाज जहाज बाल्टीमोर से कोलंबो, श्रीलंका के लिए रवाना हुआ। इस मालवाहक जहाज का नाम डाली है और यह 948 फीट लंबा है। यह जहाज कंटेनरों से भरा हुआ था। लेकिन प्रस्थान के कुछ समय बाद ही, जहाज पटाप्सको नदी पर बने की पुल से टकरा गया। टक्कर के कुछ ही सेकंड के अंदर ही पुल ढह गया और वहां से गुजर रहे वाहन पानी में डूब गए। वहीं इस पुल की बात करें तो इस पुल को 1977 में आम लोगों के लिए खोला गया था। इसका नाम प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक फ्रांसिस स्कॉट के नाम पर रखा गया था।

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