बांग्लादेश

हिंदुओं पर हमलों से भड़के बांग्लादेश के बौद्ध-ईसाई, सरकार के खिलाफ सड़कों पर दिखा आक्रोश

भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदूओं समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अभी हाल ही में बांग्लादेश के पूर्वी सुनामगंज जिले में हिंदू समुदाय पर हमला हुआ था। जिसके बाद वहां के लोग बांग्लादेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे।

सड़कों पर उतरे लोग

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमला लगातार जारी है। वहीं बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ितों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद की एक प्रेस रिलीज के मुताबिक बीते 3 दिसंबर की रात मंगलारगांव और मोनीगांव में भड़की हिंसा के दौरान हिंदू समुदाय के 100 से ज्यादा घरों और व्यवसायों पर हमला किया गया था। इस दौरान लूटपाट और तोड़फोड़ के अलावा एक मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इन हमलों में 1.5 मिलियन बांग्लादेशी टका (लगभग 10 लाख रुपये से अधिक) का आर्थिक नुकसान हुआ है।

हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग

बांग्लादेश में हुए हमलों को लेकर वहां मौजूद अल्पसंख्यक समुदाय के लोग गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहां के लोगों ने सरकार से मांग किया है कि हमलावर की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए। ये घटनाएं बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ व्यवहार को लेकर बढ़ते तनाव के बीच हुई हैं। वहीं हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास की राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोग सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता श्री दास भारत से रिहाई के आह्वान के बावजूद हिरासत में हैं। कोलकाता और अन्य भारतीय शहरों में बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन के बाहर विरोध प्रदर्शन हुए हैं, जिसमें राजनीतिक और धार्मिक समूहों ने नाराजगी जताई है।

यूनुस सरकार में हिंदूओं  पर हमला

बता दें कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यक समुदायों की चिंताओं को दूर करने की मांग की है। उन्होंने विभिन्न धर्मों के धार्मिक नेताओं के साथ एक बैठक में यूनुस ने सटीक रिपोर्टिंग की आवश्यकता पर जोर दिया और वास्तविकता और मीडिया खबरों के बीच की गैप को दूर करने के लिए सहयोग का आग्रह किया है। यूनुस ने कहा कि हम सटीक जानकारी प्राप्त करने और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए एक प्रक्रिया बनाना चाहते हैं। बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही स्थिति गंभीर बनी हुई है। यूनुस सरकार अपने बचाव में कुछ भी बयान दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि बांग्लादेश में हिंदूओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।