Barat on Bullock Cart: सिवनी। शादियां तो आपने कई देखी होंगी, लेकिन कभी-कभी कुछ शादियों के नजारे ही अलग होते हैं। वैसे एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि कोस-कोस पे पानी बदले, चार कोस पे वाणी। यह कहावत सिवनी में हुई इस अनोखी बारात पर एकदम सटीक बैठती है।
एक गांव से ऐसी अनोखी बारात निकली कि इसकी चर्चा चारों ओर हो रही है। बारात फोर व्हीलर या बस नहीं बल्कि बैलगाड़ी और बुलडोजर से गई। बाराती भी पूरे मजे के साथ बुलडोजर पर बैठे हुए हैं और शादी एंजॉय करते दिखे। बारातियों में भी इसको लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। जहां से भी यह बारात निकली देखने वालों की भीड़ भी इक्ट्ठी होती चली गई।
जब दूल्हा बैलगाड़ी से पहुंचा दुल्हन ब्याहने
दरअसल, मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में तुमड़ी टोला नाम का एक छोटा सा गांव है। इस गांव के किराना व्यापारी राजेंद्र भलावी की शादी गांव से करीब 3 किमी दूर पोनिया गांव के राजकुमार टेकाम की बेटी के साथ तय हुई।
मध्य प्रदेश के शिवनी की अनोखी बारात, बैलगाड़ी पर दूल्हा और बुलडोजर पर बैंड बाजा…#MPNews #Madhyapradesh #viralvideo #MPFirst pic.twitter.com/EpVdOoJRwY
— MP First (@MPfirstofficial) April 30, 2024
राजेंद्र आदिवासी समुदाय से आते हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी रीति-रिवाज और परंपरा के अनुसार बैलगाड़ी से बारात (Barat on Bullock Cart) ले जाने का प्रोग्राम तय किया। जिस रास्ते से भी यह बारात निकलती वहां के लोग कुछ देर ठहरकर बारात को ही देखने में मग्न हो जाते। बता दें कि पहले जब साधन नहीं हुआ करते थे तब बैलगाड़ी से ही बारात जाती थी।
बुलडोजर पर बजे बैंड बाजे
बारातियों के अलावा बुलडोजर पर बैंड-बाजे वालों को बैठाया गया। बाराती भी पूरी मस्ती से झूमते हुए जा रहे थे और बुलडोजर पर बैंड-शहनाई की गोंडी धुन बज रही थी। बारात आदिवासी परंपरा के अनुसार निकाली गई। (Barat on Bullock Cart)
बता दें कि आज के टेक्नोलॉजी युग में लोग लग्जरी गाड़ियों से बारात ले जाते हैं। शहर हो या गांव लोग लाखों रुपए खर्च करके शादी करते हैं। वहीं इस अनोखे ब्याह को देखकर लोग तारीफों के पुल बांध रहे हैं। राजेंद्र भलावी ने शादी में बेफिजूली के खर्च करने वालों के लिए भी एक मिसाल पेश की है।