Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि का पावन पर्व इस साल 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस खास मौके पर हम आपको उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित प्राचीन बटेश्वर नाथ मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जिसकी धार्मिक मान्यता बहुत अधिक है।
महाशिवरात्रि के दिन यहां विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। भगवान शिव, जिन्हें संहार के देवता माना जाता है, करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र हैं। अगर आप आगरा में रहते हैं या इस महाशिवरात्रि पर वहां जाने की योजना बना रहे हैं, तो बटेश्वर नाथ मंदिर के दर्शन जरूर करें और शिवजी की कृपा प्राप्त करें।
आगरा में कहां स्थित है ये मंदिर
बटेश्वर नाथ मंदिर एक बहुत पुराना मंदिर है, जो उत्तर प्रदेश के आगरा से करीब 70 किलोमीटर दूर यमुना नदी के किनारे स्थित है। बटेश्वर को प्रदेश के सबसे पुराने गांवों में से एक माना जाता है। यह गांव खास तौर पर यमुना और शौरीपुर के तट पर बने 101 शिव मंदिरों के लिए मशहूर है। आज भी श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ बटेश्वर धाम की यात्रा करते हैं और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।
क्या है इस मंदिर का इतिहास
बटेश्वर नाथ मंदिर का इतिहास बहुत ही रोचक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यह मंदिर हजारों साल पुराने बरगद के पेड़ के बीच से प्रकट हुआ था। स्थानीय लोग आज भी इसे स्वनिर्मित मानते हैं। इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां पीढ़ियों से सुनाई जाती रही हैं, जो इसे और खास बनाती हैं।
मंदिर में एक साथ देख सकते हैं 101 शिव मंदिर
बटेश्वर नाथ मंदिर भगवान शिव के बाकी मंदिरों से बिल्कुल अलग और खास है। यहां एक-दो नहीं, बल्कि 101 शिव मंदिरों की अद्भुत श्रृंखला देखने को मिलती है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां शिवलिंग के साथ-साथ शिव और पार्वती जी की मूर्तियां भी सेठ-सेठानी की तरह बैठी हुई नजर आती हैं। हर दिन यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है, जो शिवलिंग के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं।
बटेश्वर नाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। इस मंदिर से जुड़ी एक दिलचस्प मान्यता यह है कि यहां के शिवलिंग को चाहे जितने भी चावल चढ़ाए जाएं, वह कभी पूरी तरह नहीं ढकता। महाशिवरात्रि के अलावा, सावन के महीने में भी यहां भव्य पूजा-अर्चना होती है।
कब और कैसे पहुंचे मंदिर?
बटेश्वर नाथ मंदिर हर दिन भक्तों के लिए खुला रहता है, इसलिए आप किसी भी समय यहां आ सकते हैं। मंदिर पहुंचने के लिए पहले आपको बटेश्वर आना होगा। यह आगरा से करीब 80 किलोमीटर दूर है। अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं, तो आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से बटेश्वर हॉल्ट तक ट्रेन मिलती है, जो मंदिर से करीब 5 किलोमीटर दूर है। वहां से आप ऑटो या साइकिल रिक्शा ले सकते हैं।
अगर बस से आना चाहें, तो आगरा से बटेश्वर के लिए बसें भी चलती हैं। ये बसें आपको मुख्य सड़क तक छोड़ेंगी, जो मंदिर से करीब 3 किलोमीटर दूर है। हवाई यात्रा करने वालों के लिए नजदीकी एयरपोर्ट आगरा में है, जो बटेश्वर से 83 किलोमीटर दूर है।