महाकुंभ में भगदड़ के बाद स्नान जारी, सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से की अपील – “जहां हैं वहीं करें स्नान”

मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ मेला अपने चरम पर था, लेकिन इसी बीच एक दर्दनाक घटना सामने आई। बुधवार तड़के महाकुंभ में अचानक भगदड़ मच गई, जिससे 10 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब भारी भीड़ संगम पर स्नान करने के लिए इकट्ठा हो रही थी। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और राहत कार्य शुरू किया। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई, लेकिन प्रशासन ने हालात को काबू में कर लिया है और एक बार फिर से संगम पर श्रद्धालुओं का स्नान शुरू हो चुका है।

सीएम योगी ने क्या कहा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो संगम जाने की जिद छोड़ दें और जहां हैं, वहीं स्नान करें। उनका कहना है कि सुरक्षा के चलते संगम की ओर जाने की कोशिश न करें।

भगदड़ के बाद प्रशासन ने संभाली स्थिति

महाकुंभ के दौरान लाखों लोग संगम पर स्नान करने आए थे, लेकिन मौनी अमावस्या के दिन अचानक एक भगदड़ मच गई। इस घटना से हालात थोड़े बिगड़े, लेकिन प्रशासन ने स्थिति को जल्द संभाल लिया। फिलहाल, संगम पर स्नान का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है और श्रद्धालु शांति से स्नान कर रहे हैं। प्रशासन ने सभी को निर्देश दिया है कि वो जहां हैं, वहीं स्नान करें। इसके साथ ही, सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के जरिए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है।

सीएम योगी की अपील

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए श्रद्धालुओं से अपील की। उन्होंने लिखा, “प्रिय श्रद्धालुओं, महाकुंभ-2025 के दौरान प्रयागराज में मां गंगा के जिस घाट के पास आप हैं, वहीं स्नान करें। संगम की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें।”
सीएम योगी ने यह भी कहा कि संगम के सभी घाटों पर स्नान शांति से हो रहा है और श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।

प्रशासन द्वारा तैयार किए गए घाट

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के स्नान के लिए कई घाटों का इंतजाम किया गया है, ताकि लोग आसानी से स्नान कर सकें। प्रशासन ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है और लोगों से अनुरोध किया है कि वे मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सीएम योगी ने कहा कि इस समय अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।

संगम पर स्नान जारी

महाकुंभ में भगदड़ के बाद एक बार फिर संगम पर स्नान का सिलसिला शुरू हो गया है। श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं। मौनी अमावस्या के दिन बड़ी संख्या में लोग संगम पर स्नान करने पहुंचे हैं। एक महिला श्रद्धालु ने बताया, “मैं 5 जनवरी से महाकुंभ में मौजूद हूं। रोज़ संगम में स्नान करती हूं और आज 108 डुबकी लगाई है। प्रशासन की व्यवस्था बहुत अच्छी है, और पुलिसकर्मी भी मदद कर रहे हैं।”

आध्यात्मिक गुरु की अपील

महाकुंभ में बहुत से आध्यात्मिक गुरु भी श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, “मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा थी। मैंने गंगा के तट पर स्नान किया और सभी से अपील करता हूं कि वे संगम घाट पर स्नान करने की जिद छोड़ दें। जहां भी गंगा-जमना का संगम हो, वहीं स्नान करें। इससे आपकी सुरक्षा बनी रहेगी।” स्वामी रामभद्राचार्य ने भी यही कहा, “संगम घाट पर जाने की जिद छोड़ दें। आपके पास जो भी घाट है, वहां स्नान करें। इससे न सिर्फ आपकी सुरक्षा बनी रहेगी, बल्कि आप भी आराम से स्नान कर सकेंगे।”

श्रद्धालुओं की सुरक्षा जरूरी

बता दें महाकुंभ में लाखों लोग एकत्रित होते हैं, और इस दौरान उनकी सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण होती है। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। लोग अब संगम के आसपास के घाटों पर भी स्नान कर रहे हैं, ताकि भीड़ नियंत्रित हो सके और कोई अप्रिय घटना न हो।

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