Lok Sabha Election 2024 Dimple Yadav

Lok Sabha Election 2024: डिम्पल यादव को पहले चुनाव में मिली हार, फिर निर्विरोध बनी सांसद, इस बार मैनपुरी से उम्मीदवार, जानें सफर

Lok Sabha Election 2024 Dimple Yadav: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी कुनबे से डिम्पल यादव ताल्लुक रखती हैं। वह भूतपूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की बहू और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी हैं। उनका सियासी सफर बहुत ज्यादा लंबा नहीं है। उनको अपने पहले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। जबकि दूसरे चुनाव में निर्विरोध सांसद पहुंची थी। इस बार समाजवादी पार्टी ने घरेलू सीट मैनपुरी से चुनाव मैदान में उतारा है।

लखनऊ विश्विद्यालय से पढाई की

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की तरह पत्नी डिंपल यादव भी चर्चा में बनी रहती हैं। डिंपल का जन्म 1978 में पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। वह रिटायर्ड भारतीय सेना कर्नल आरएस रावत और चम्पा रावत की तीन बेटियों में से दूसरी हैं। उनकी मां चम्पा रावत हाउस वाइफ हैं। डिंपल यादव की 12वीं तक पढ़ाई लखनऊ और अन्य आर्मी स्कूल से हुई है। जिसके बाद 1998 में लखनऊ विश्विद्यालय से बी कॉम किया है।

अखिलेश यादव से लव मैरिज हुई

जिसके बाद अखिलेश यादव से डिंपल यादव ने 1999 में शादी (Lok Sabha Election 2024) कर ली। हालांकि इस शादी के लिए शुरुआत में मुलायम सिंह यादव राजी नहीं थे। अमर सिंह और अन्य के कहने पर बाद मान गए थे। इस तरह से डिंपल यादव और अखिलेश यादव की लव मैरिज हुई। अब अखिलेश यादव और डिंपल यादव के तीन बच्चे अदिती, अर्जुन और टीना हैं। जिसके 10 साल बाद डिंपल यादव का राजनीतिक सफर 2009 में शुरू हुआ था।

निर्विरोध सांसद बनी डिंपल यादव

उन्होंने पहली बार फिरोजाबाद लोकसभा (Lok Sabha Election 2024) सीट से चुनाव लड़ा था। यह चुनाव कांग्रेस नेता और अभिनेता राज बब्बर के खिलाफ लड़ा था। जिस पहले चुनाव में डिंपल यादव को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद 2012 कनौज लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव को निर्विरोध चुना गया। वह सांसद बनीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डिंपल यादव पूरे भारत में 44वीं और उत्तर प्रदेश में चौथी प्रत्याशी थी।

सपा-बसपा के गठबंधन से चुनाव हारी

जो निर्विरोध सांसद बनी थी। वह फिर से 2014 में कन्नौज से सांसद (Lok Sabha Election 2024) चुनीं गईं थी। लोकसभा चुनाव 2019 में कन्नौज से सपा-बसपा के गठबंधन से चुनाव लड़ी थीं। जिसमें हार का सामना करना पड़ा था। फिर 2022 में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी उपचुनाव में सांसद चुनी गई हैं। आपको बता दे कि समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह की मौत के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई थी।

डिंपल यादव मैनपुरी से सांसद

जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी बनाया। मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव से पहले डिंपल यादव ने चाचा शिवपाल यादव को मनाया और सपा में शामिल करवा दिया। जिसका फायदा डिंपल यादव को लोकसभा के उपचुनाव में हुआ। उन्होंने मैनपुरी लोक सभा सीट से 2.88 लाख वोटों के बड़े अंतर से भाजपा के रघुराज शाक्य को हरा दिया था। समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी लोकसभा सीट से फिर से उम्मीदवार बनाया है।