Benefits Of Prunes With Ghee: प्रून्स, जिसे सूखे प्लम या आलूबुखारा (Prunes) के रूप में भी जाना जाता है, असंख्य स्वास्थ्य लाभों और पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड है। आवश्यक विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, आलूबुखारा सभी रूपों से स्वास्थ्य लाभ देता है। अपने असाधारण पाचन लाभों के लिए जाने जानेवाला आलूबुखारा में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर शामिल हैं। घुलनशील फाइबर पाचन तंत्र में एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
जबकि अघुलनशील फाइबर मल में मात्रा जोड़ने के साथ नियमित मल त्याग को बढ़ावा देकर कब्ज को रोकता है। साथ ही आलूबुखारा को एंटीऑक्सिडेंट का एक पावरहाउस माना जाता है, जिसमें बीटा-कैरोटीन, फेनोलिक यौगिक और अन्य फाइटोन्यूट्रिएंट शामिल हैं। एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मुक्त कणों को निष्क्रिय करने, कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने और सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये गुण पुरानी बीमारियों की रोकथाम करने और शरीर को सुरक्षित और निरोगी बनाने में सहायक होता हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि प्रून्स को घी के साथ मिलाकर खाने के बहुत लाभ है (Benefits Of Prunes With Ghee)। आयुर्वेद के अनुसार घी और आलूबुखारा अपने आप में कई रोगों का रामबाण इलाज है। लखनऊ के आयुर्वेदिक डॉक्टर सोमनाथ शर्मा के अनुसार सूखे आलूबुखारा के साथ घी का मिश्रण स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभप्रद होता है।
सूखे आलूबुखारा और घी का मिश्रण सेहत का खजाना (Mixture of dried plums and ghee is a treasure of health)
डॉ सोमनाथ शर्मा के अनुसार पोषक तत्वों से भरपूर सूखे आलूबुखारे और घी का मिश्रण (Benefits Of Prunes With Ghee) न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि कई असंख्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। यह तालमेल आलूबुखारे की पाचन शक्ति और घी के पौष्टिक गुणों को एक साथ लाता है, जिससे यह आपके डाइट में पौष्टिकता ही नहीं बल्कि पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। डॉक्टर शर्मा के अनुसार आलूबुखारा अपने उच्च फाइबर सामग्री के कारण अपने प्राकृतिक रेचक प्रभाव के लिए प्रसिद्ध है, जबकि घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, एक छोटी श्रृंखला वाला फैटी एसिड जो आंतों की कोशिकाओं को पोषण देता है। साथ में, आलूबुखारा और घी एक पाचन पावरहाउस बनाते हैं, नियमित मल त्याग और समग्र आंत स्वास्थ्य को बेहतर बनाता हैं। यह मिश्रण उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है जो कब्ज से जूझ रहे हैं या स्वस्थ पाचन तंत्र बनाए रखना चाहते हैं।
साथ ही घी फैट में घुलनशील विटामिन के अवशोषण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Vitamin A और E से भरपूर आलूबुखारा, घी में मौजूद स्वस्थ वसा से लाभान्वित होता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि ये आवश्यक पोषक तत्व शरीर द्वारा प्रभावी ढंग से अवशोषित हो जाते हैं। यह मिश्रण समग्र पोषक तत्वों के साथ बेहतर सेलुलर फ़ंक्शन में योगदान देता है।
आलूबुखारा-घी मिश्रण वजन और ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल (Plum-ghee mixture controls weight and blood sugar)
डॉ के अनुसार आलूबुखारा की फाइबर सामग्री और घी (Benefits Of Prunes With Ghee) के हेल्थी फैट का मिश्रण वजन कंट्रोल के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इसके साथ ही आलूबुखारे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) भी कम होता है, जिसका अर्थ है कि उनका ब्लड शुगर के स्तर पर न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। उन्हें घी के साथ मिलाने से, जिससे ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि नहीं होती है, एक संतुलित नाश्ता है। यह डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
हड्डी और हृदय के लिए भी फायदेमंद (beneficial for bones and heart)
घी में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जबकि आलूबुखारा हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण विटामिन के और मैंगनीज जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। यह जोड़ी सूजन को कम करके और हड्डियों के खनिजकरण में योगदान देकर संयुक्त कार्य का समर्थन कर सकती है। अपने आहार में घी के साथ आलूबुखारा शामिल करना उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो समग्र कंकाल कल्याण को बढ़ावा देना चाहते हैं। आलूबुखारा और घी दोनों ही हार्ट हेल्थ के लिए संभावित लाभ प्रदान करते हैं। आलूबुखारा में घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, और घी में मोनोअनसैचुरेटेड वसा हृदय-सुरक्षात्मक प्रभावों से जुड़ा हुआ है। यह मिश्रण संतुलित लिपिड प्रोफाइल और समग्र हृदय स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट बूस्ट (Antioxidant Boost)
आलूबुखारा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और घी में विटामिन ई होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है। साथ में, वे मुक्त कणों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा प्रदान करते हैं, ऑक्सीडेटिव तनाव और सेलुलर क्षति को रोकने में मदद करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट तालमेल समग्र स्वास्थ्य में योगदान देता है और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है। साथ ही पुरानी सूजन हार्ट रोगों और गठिया सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी है। घी के सूजन-रोधी गुण, आलूबुखारा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के साथ मिलकर, एक शक्तिशाली सूजन-रोधी मिश्रण बनाते हैं। यह पूरे शरीर में सूजन को कम करने में सहायता कर सकता है।
घी में मौजूद हैल्थी फैट, जिसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भी शामिल है, मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। आलूबुखारा में एंटीऑक्सीडेंट के साथ मिलकर, यह जोड़ी संज्ञानात्मक कार्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और समग्र मस्तिष्क स्वास्थ्य का बेहतर बन सकती है।
अपने डाइट में घी के साथ ऐसे करें आलूबुखारा को शामिल:
स्नैकिंग: एक संतोषजनक और पौष्टिक नाश्ते के लिए आलूबुखारा और थोड़ी मात्रा में घी मिलाएं।
नाश्ता: अपने दिन की स्वादिष्ट और पौष्टिक शुरुआत के लिए दलिया या दही में कटे हुए आलूबुखारे और थोड़ा सा घी मिलाएं।
बेकिंग: अतिरिक्त स्वाद और स्वास्थ्य लाभ के लिए पके हुए माल जैसे मफिन, एनर्जी बार या ग्रेनोला में आलूबुखारा और थोड़ा सा घी शामिल करें।
स्मूथीज़: मलाईदार बनावट और बेहतर पोषण सामग्री के लिए अपनी पसंदीदा स्मूथी में एक चम्मच घी के साथ प्रून्स को मिलाएं।
स्प्रेड: आलूबुखारे को थोड़े से घी के साथ मिलाकर एक स्प्रेड बनाएं और इसे टोस्ट के लिए टॉपिंग या डेसर्ट के लिए भरने के रूप में उपयोग करें।
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