भूपेंद्र सिंह हुड्डा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की मांगों को ठहराया सही,कहा – ‘सबको बात रखने का पूरा हक’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की मांग को सही ठहराया है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के आंदोलन को लेकर गुरुवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट स्पष्ट कर चुका है कि सभी को प्रजातांत्रिक तरीके से अपनी बात कहने का पूरा हक है। उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात कहने का हक है।

कानून हाथ में लेने पर होगी कार्रवाई

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर कोई कानून अपने हाथ में लेने का प्रयास करता है, तो निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन मैं इस बात पर बल देना चाहूंगा कि अगर कोई शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कहना चाहता है, तो किसी को भी इससे आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात कहने का हक है।

 

किसानों से बात करना जरूरी

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह इस मामले में किसानों के साथ संवाद कर समाधान का रास्ता तैयार करे। उन्होंने कहा कि काफी समय पहले जब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर बात हुई थी, तो इसे लेकर कमेटी बनाई गई। इस दौरान किसानों को यह विश्वास दिलाया गया था कि हम इस दिशा में जल्द ही कदम उठाएंगे। लेकिन अब तक सरकार ने कुछ नहीं किया है।

किसानों की मांगें सही

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों द्वारा उठाई गई मांगें बिल्कुल उचित है। उन्होंने कहा कि किसानों से शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने और अपनी बात रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसानों भाइयों से यह कहा गया है कि आप ट्रैक्टर-ट्रॉली में मत आइए, तो किसानों ने भी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि ठीक है, हम ट्रैक्टर-ट्रॉली में नहीं आएंगे। किसान भाई भी सहयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

उपराष्ट्रपति ने भी कहा किसानों की मांग सही

अभी हाल ही में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि किसान अगर आज के दिन आंदोलित हैं, उस आंदोलन का आकलन सीमित रूप से करना बहुत बड़ी गलतफहमी और भूल होगी। उन्होंने कहा कि जो किसान सड़क पर नहीं है, वह भी आज के दिन चिंतित हैं, आज के दिन परेशान हैं। धनखड़ ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र का दर्जा मिलना है, तो हर व्यक्ति की आय को आठ गुना करना है। उन्होंने कहा कि उस आठ गुना करने में सबसे बड़ा योगदान ग्रामीण अर्थव्यवस्था का है, किसान कल्याण का है।