उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के मेयर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद अग्रवाल का सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो की वजह से बीजेपी नेता विनोद अग्रवाल को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। विनोद अग्रवाल का नकली रक्तदान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
PM के जन्मदिन पर लगा था रक्तदान शिविर
दरअसल, 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर एक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्री साहब भी रक्तदान करने अस्पताल पहुंचे। वीडियो में मेयर को रक्तदान शिविर में बिस्तर पर लेटे हुए दिखाया गया है, जबकि एक स्वास्थ्यकर्मी उनका रक्तचाप मापने की तैयारी करता है। हालांकि, इसके बाद बीजेपी नेता ने डॉक्टर से प्रक्रिया को आगे न बढ़ाने का अनुरोध करते हैं।
Uttarpradesh, Moradabad
BJP mayor Vinod Agarwal did a fake for blood donation on the occasion of the Birthday of PM Narendra Modi.
I am remembering that signature acting if you know. pic.twitter.com/6QhDaNmo0B— Mr.Haque (@faizulhaque95) September 20, 2024
क्या कहा नेता जी ने?
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया यूजर्स ने अग्रवाल की जमकर आलोचना करना शुरू कर दिया। बीजेपी नेता पर सिर्फ कैमरे के लिए नकली रक्तदान करने का आरोप लगाया गया। वहीं जब बीजेपी नेता विनोद अग्रवाल से इस वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे अपने विरोधियों की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनकी छवि खराब करना चाहते हैं। अग्रवाल ने कहा कि वह रक्तदान करने के लिए शिविर में गए थे। लेकिन जब डॉक्टर को बताया गया कि उन्हें मधुमेह है, तो डॉक्टर ने कहा कि वह रक्तदान नहीं कर सकते।
बीजेपी नेता ने बताया, ”17 सितंबर को भाजपा के युवा मोर्चा द्वारा एक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया था। मैंने भी रक्तदान करने की इच्छा व्यक्त की। तो रक्त लेने से पहले, डॉक्टर ने मुझसे पूछा कि क्या मुझे कोई बीमारी है। मैंने उन्हें बताया कि मुझे मधुमेह है और दो साल पहले मुझे दिल की समस्या हुई थी। इसके बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मैं रक्तदान नहीं कर सकता। इसलिए, मैं तुरंत उठ गया।”
रक्तदान के क्या हैं प्रोटोकॉल
डॉक्टरों के मुताबिक रक्तदान के लिए कुछ प्रोटोकॉल होते हैं। जिनके अनुसार 18 से 55 वर्ष की आयु का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से पहले डोनर के खून की कई तरह की जांच की जाती है। खून की जांच से ये सुनिश्चित किया जाता है कि डोनर का रक्त संक्रमित तो नहीं है। केवल वहीं व्यक्ति रक्तदान कर सकता है, जिसे रक्त शर्करा का स्तर सामान्य होता है।
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