पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ सकती है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बीते रविवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर एक बार फिर हमला बोला है। अमेरिका के खंडन के बाद भी बीजेपी ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी के जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से अच्छे संबंध हैं। बता दें कि यह संगठन कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के विचार का समर्थन करता है।
जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन
बीजेपी ने एक्स पर कई पोस्ट में कहा कि सोनिया गांधी का संबंध भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी संस्थाओं के प्रभाव को दर्शाता है। भारत को अस्थिर करने के प्रयासों का समर्थन करने के भाजपा के आरोपों को अमेरिका की ओर से खारिज किए जाने के बावजूद पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि वह इस मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से 10 सवाल पूछेंगे।
निशिकांत दुबे ने लगाए आरोप
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मीडिया पोर्टल ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) और हंगेरियन-अमेरिकन व्यवसायी ने भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए विपक्ष के साथ हाथ मिला लिया है।
सोनिया गांधी का जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से कनेक्शन
भाजपा ने दावा किया कि फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (एफडीएल-एपी) फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की ओर से वित्तपोषित एक संगठन से जुड़ी हुई हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में इसका जिक्र करके बताया गया है कि सोनिया गांधी और एक ऐसे संगठन के बीच यह संबंध है। बता दें कि यह संगठन कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में विचार का समर्थन किया है। वहीं ये भारत के आंतरिक मामलों पर विदेशी संस्थाओं के प्रभाव और ऐसे संबंधों के राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है।
जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ पार्टनरशिप की है। बता दें कि यह भारतीय संगठनों पर विदेशी फंडिंग के प्रभाव को दिखाता है। वहीं भाजपा के आरोप गुरुवार को उसकी ओर से किए गए उस दावे के बाद आए हैं, जिसमें कहा गया कि अमेरिका के “डीप स्टेट” ने भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए ओसीसीआरपी और राहुल गांधी के साथ मिलीभगत की है।
अमेरिका ने खारिज किया सभी आरोप
बता दें कि अमेरिका ने शनिवार को भाजपा के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि जिसमें विदेश विभाग की ओर से फंडेड संगठन और अमेरिकी “डीप स्टेट” के तत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिजनेस टाइकून गौतम अडानी पर हमला करके भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने आरोपों को निराशाजनक बताया है। प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि अमेरिकी सरकार दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता की समर्थक रही है।