अनिल विज के बयान पर बीजेपी का एक्शन, तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को हाल ही में अपनी बयानबाजी की वजह से पार्टी से बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और उनसे तीन दिन के अंदर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। दरअसल, अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ बयानों की झड़ी लगाई थी, जिससे पार्टी के भीतर हलचल मच गई थी। अब बीजेपी ने फैसला किया है कि अनिल विज से इस बयानबाजी के बारे में साफ सफाई ली जाएगी।

क्या था अनिल विज का विवादित बयान?

हाल ही में अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ विवादित बयान दिए थे। उनके इन बयानों को लेकर पार्टी के भीतर असंतोष फैल गया था। विज ने चुनावी समय में मुख्यमंत्री और पार्टी के खिलाफ बयान दिए थे, जिसका असर पार्टी की छवि पर पड़ सकता था। इस बयानबाजी ने पार्टी नेतृत्व को मजबूर कर दिया कि वह अनिल विज से जवाब तलब करें। बीजेपी ने पार्टी की आंतरिक नीति और अनुशासन का उल्लंघन मानते हुए यह नोटिस जारी किया है।

पार्टी ने क्यों लिया एक्शन?

बीजेपी का कहना है कि अनिल विज के बयान पार्टी के आंतरिक अनुशासन और विचारधारा के खिलाफ थे। खासकर जब पार्टी चुनावी माहौल में थी और पड़ोसी राज्य में चुनाव प्रचार कर रही थी, तब एक वरिष्ठ नेता का ऐसा बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता था। पार्टी ने इस कारण से अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे तीन दिन के अंदर लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए कहा। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने इस नोटिस में कहा कि अनिल विज का बयान पार्टी की विचारधारा और नीति के खिलाफ था, जो एक सम्मानित मंत्री के पद पर रहते हुए स्वीकार्य नहीं है। बड़ौली ने यह भी कहा कि चुनाव के वक्त इस तरह के बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और उन्होंने अनिल विज से साफ सफाई मांगी है।

क्या होगा अब?

अब अनिल विज के पास तीन दिन का समय है, जिसमें उन्हें अपना लिखित स्पष्टीकरण पार्टी को देना होगा। इस बीच यह देखा जाएगा कि अनिल विज पार्टी के आदेश का पालन करते हैं या फिर अपनी नाराजगी जारी रखते हैं। इस मामले को लेकर पार्टी नेतृत्व में कड़ी निगाहें रखी जा रही हैं, और इस बारे में जल्द ही कोई ठोस फैसला लिया जा सकता है।

 

पार्टी में नाराजगी का कारण क्या था?

अनिल विज और पार्टी के बीच तनाव का कारण पहले भी सामने आ चुका है। विज ने पहले भी पार्टी और मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान दिए थे, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष था। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अनिल विज का यह कदम पार्टी की छवि के लिए ठीक नहीं था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व को अब इस पर कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी।

अनिल विज का राजनीतिक भविष्य क्या होगा?

अनिल विज की नाराजगी और पार्टी से उनका यह तनाव एक बड़े राजनीतिक सवाल को जन्म दे रहा है। पिछले कुछ समय से उनके बयान पार्टी और मुख्यमंत्री के खिलाफ रहे हैं, और अब उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अब देखना होगा कि क्या अनिल विज इस नोटिस का जवाब देंगे और पार्टी के साथ अपने रिश्तों को सुधारेंगे, या फिर उनकी नाराजगी का असर उनकी राजनीतिक यात्रा पर पड़ेगा।

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