दिल्ली की सुरक्षा में सेंध: दिवाली से पहले आतंकी साजिश की आशंका, ब्लास्ट से पहले मिला था इनपुट
Delhi Rohini Blast: दिल्ली के रोहिणी जिले के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाके की आवाज ने इलाके में दहशत फैला दी है। इस घटना के बाद पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।
रविवार की सुबह करीब सात बजे, दिल्ली के प्रशांत विहार क्षेत्र में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के बाहर एक जोरदार धमाका हुआ। विस्फोट के समय, आसपास के लोगों ने इसे सिलेंडर ब्लास्ट या फिर किसी बिल्डिंग के गिरने की आवाज समझा।
चश्मदीद गवाह शशांक ने बताया कि धमाके के बाद इलाके में धुएं का एक बड़ा बादल छा गया था, जो लगभग दस मिनट तक बना रहा। विस्फोट की वजह से आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए और होर्डिंग्स भी उखड़ गए। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली।
#WATCH | Delhi: Heavy police deployed and search operation continues outside CRPF School in Rohini’s Prashant Vihar area where a blast was heard early in the morning. pic.twitter.com/jhLcx6jp9F
— ANI (@ANI) October 20, 2024
कुछ तारनुमा चीजें बरामद
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस की टीम ने मौके पर तुरंत कार्रवाई की। घटनास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की टीम भी मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल को अपने नियंत्रण में ले लिया। इसके अलावा, फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर सैंपल लिए और डॉग स्क्वायड ने भी हालात का जायजा लिया। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके से कुछ तारनुमा चीजें भी बरामद की हैं, जो जांच का हिस्सा होंगी।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि दीवाली से पहले किसी आतंकी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस स्थिति को देखते हुए, दिल्ली के विभिन्न बाजारों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके। दिल्ली पुलिस के पीआरओ संजय त्यागी ने कहा कि प्रशांत विहार पुलिस स्टेशन को सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाके की सूचना मिली थी।
क्या बोले चश्मदीद?
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के मोबाइल टॉवरों पर रात से लेकर आज सुबह नौ बजे तक किए गए फोन कॉल्स के डेटा को खंगालने का काम शुरू कर दिया है। इस डेटा से यह पता लगाया जाएगा कि इस घटना के पीछे किसका हाथ हो सकता है। इसके अलावा, पूरे इलाके का डंप डाटा भी पुलिस खंगालेगी।
चश्मदीदों के अनुसार, धमाके के बाद पुलिस मात्र पांच मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गई। शशांक ने बताया, “जब धमाका हुआ, तो हमें लगा कि यह एक सिलेंडर का ब्लास्ट था। आसपास धुएं का बड़ा बादल था और दुकानों के शीशे टूट गए थे। यह एक भयानक अनुभव था, लेकिन शुक्र है कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।”
इस धमाके ने एक बार फिर से दिल्ली में सुरक्षा और आतंकवादी खतरों पर चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस अब इस मामले में एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज करेगी। सभी की निगाहें इस जांच पर हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस घटना के पीछे कौन था और ऐसा करने की वजह क्या थी।