Budget 2024: क्या है सर्वाइकल कैंसर, जिसका ज़िक्र बजट में वित्तमंत्री ने किया, जानें इसके लक्षण और एचपीवी वैक्सीन के बारे में
राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 (Budget 2024) पेश कर रही है। बजट की शुरूआत करते हुए उन्होंने सबसे पहले अपनी सरकार की आर्थिक उपलब्धियां गिनवाई। वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था है पिछले 10 वर्षो के दौरान बहुत ही ज्यादा सकारात्मक बदलाव देखे गए है। भारत के लोग आज आगे अपने भविष्य की ओर देख रहे है। बता दें कि 2024 चुनावी साल होने की वजह से ये पूर्ण बजट की जगह अंतरिम बजट है और वित्त मंत्री का यह पहला अंतरिम बजट है। बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं को होने वाले सर्वाइकल कैंसर का जिक्र किया। जिस को लेकर केंद्र सरकार द्वारा कई तरह के ठोस कदम उठाए गए है। तो आइए जानते है क्या है सर्वाइकल कैंसर है और महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार कौनसे बड़े कदम उठा रही है :—
जानें क्या है सर्वाइकल कैंसर?
सर्वाइकल कैंसर (Budget 2024) पूरी दुनिया में महिलाओं को होने वाला दूसरा सबसे कॉमन कैंसर है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर सबसे ज्यादा देखा जाता है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं की ओवरी में होने वाला कैंसर है। आम भाषा में कहे तो सर्वाइकल कैंसर को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर कहा जाता है। यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है और गर्भाशय ग्रीवा गर्भ का निचला और संकीर्ण सिरा होता है। यह कैंसर समय के साथ धीरे धीरे विकसित होता है।
क्या है सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
डॉक्टर्स के अनुसार आमतौर पर सर्वाइकल कैंसर के शुरूआती लक्षण जल्दी नहीं दिखते। इसक पहला लक्षण आमतौर पर महिलाओं के योनि से असामान्य रक्तस्राव होता है जो अक्सर शारीरिक संबंध बनाने के बाद होता है। महावारी के बीच में भी भारी रक्तस्राव हो सकता है। कैंसर के बढ़ने पर रक्तस्राव की संभावना ज्यादा होती है और इस वजह से दुर्गंधयुक्त स्राव और पेल्विक के आस पास की जगहों में दर्द होने की शिकायत रहती है। इसके अलावा डॉक्टर्स के अनुसार इम्युनिटी, जेनिटल हाइजीन की कमी,मल्टीपल पार्टनर और कम उम्र में जिन महिलाओें के बच्चे हो जाते है उन्हें सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है इसके अलावा अधिक मात्रा में स्मोकिंग और एल्कोहल पीने के कारण भी इसका खतरा बढ़ सकता है। इस कैंसर से बचने के लिए भारत में एचपीवी वैक्सीन आ चुकी है।
एचपीवी की वैक्सीन किस उम्र में लगवाना चाहिए
महिलाओं को अगर सर्वाइकल कैंसर बचना है तो समय-समय (Budget 2024) पर इससे जुड़े टेस्ट करवाना चाहिए। महिलाओं को हर तीन साल में पैप टेस्ट करवाना चाहिए। इस टेस्ट से सर्वाइकल कैंसर से बचाव होता है। इस कैंसर पता लगाने के लिए एक आम स्क्रीनिंग टेस्ट पैप स्मीयर टेस्ट होता है जिसे 21 साल से बड़ी हर महिला करवा सकती है। वहीं 30 से अधिक उम्र की महिलाओं को पैप डुओ टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। इस टेस्ट में पैप्स स्मीयर और एचपीवी डीएनए टेस्ट दोनों को शामिल किया जाता है।
एचपीवी की वैक्सीन 9-45 साल के बीच में महिलाओं को लगवा लेना चाहिए। यह वैक्सीन 9 से 45 साल के बीच उम्र की महिलाएं लगवा सकती है। लेकिन इसका इसके वैक्सीन का सबसे सही उम्र 11 से 12 साल माना गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक अगर शुरूआत में ही इस कैंसर के लक्षणों का पता लग जाए तो महिलाओं की जान बचाई जा सकती हे।
मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के लिए बनाए गए योजना
केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं के उज्जवल भविष्य के लिए कई योजना लेकर आई। जिसमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना,फ्री सिलाई मशीन योजना,महिला शक्ति केंद्र योजना,सुकन्या समृद्धि योजना ओर सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना मुख्य रूप से है। बता दें कि इस साल मोदी सरकार अपने अंतरिम बजट में महिलाओं के लिए सर्वाइकल कैंसर के लिए टीकाकरण की येाजना लेकर आ रही है। जिसके तहत ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर जल्दी ही टीकाकरण उपलब्ध हो जाएगा।
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