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लाओस में आयोजित आसियान (ASEAN) शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच बातचीत हुई। इस बारे में खुद कनाडा के पीएम ने जानकारी दी। पीएम मोदी और ट्रूडो के बीचे यह वार्ता ऐसे समय में हुई, जब पिछले साल खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए गए थे। जिसके बाद दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।

‘हमें कुछ काम करने की आवश्यकता है’

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा कि लाओस में एक शिखर सम्मेलन के दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संक्षिप्त बातचीत हुई। ट्रूडो के अनुसार उन्होंने पीएम मोदी से उन कार्यों के बारे में चर्चा की, जो दोनों देशों को करने की आवश्यकता है। ट्रूडो ने लाओस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से कहा, “मैंने जोर दिया कि हमें कुछ काम करने की आवश्यकता है।”

‘कनाडाई नागरिकों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी’

उन्होंने आगे कहा, “मैं इस बारे में विस्तार से नहीं बताऊंगा कि हमारी किस विषय पर बातचीत हुई, लेकिन जैसा कि मैंने कई बार कहा है, कनाडाई नागरिकों की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखना किसी भी कनाडाई सरकार की मूल जिम्मेदारियों में से एक है और मैं उसी पर ध्यान केंद्रित करूंगा।”

भारत पर लगया था निज्जर की हत्या का आरोप

बता दें कि खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख और भारतीय सरकार द्वारा वांछित हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में कनाडा के सरे में हत्या कर दी गई थी।

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता है। भारत ने ट्रूडो के इन आरोपों को हास्यास्पद और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था। लेकिन इसके बाद से से दोनों देशों के बीच संबंध में कुछ खटास आग गए थे, जिसका असर आज भी देखने को मिलता है।

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