दिल्ली-एनसीआर के नोएडा अथॉरिटी में अपना काम करवाने के लिए कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस बार नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम ने इंसानियत की मिशाल पेश की है। दरअसल एक बुजुर्ग दंपती आवास की फाइल आगे बढ़वाने के लिए अफसरों के चक्कर काट रहे थे। जिसके बाद दंपती परेशान होकर बीते सोमवार को सीईओ लोकेश एम के पास पहुंचे। सीईओ ने बुजुर्ग दंपती की पीड़ा सुनने के बाद आवासीय विभाग के अधिकारियों को अनोखी सजा दी है।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक एक बुजुर्ग दंपत्ति कई दिनों से आवास संबंधित एक काम से नोएडा अथॉरिटी के चक्कर काट रहे थे। लेकिन उनका काम नहीं हो पा रहा था। जिससे संबंधित काम में विलंब होने के कारण दंपती बड़े निराश थे। आवंटी का कहना था कि कई बार विभाग से संपर्क करने के बावजूद उनके मामले में कोई प्रगति नहीं हुई, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जब उनकी पीड़ा सोमवार को सीईओ लोकेश एम तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत इस पर एक्शन लिया है। इतना ही नहीं सीईओ ने अधिकारियों को जिम्मेदारी का अहसास भी दिलाया है।
सीईओ ने कर्मचारियों की दी सजा
बुजुर्ग दंपत्ति की दिकक्त को सुनने के बाद सीईओ ने ऑफिस के सभी कर्मचारियों को सजा भी सुनाई है। सीईओ ने सभी कर्मचारियों को बिना किसी ब्रेक के आधे घंटे तक खड़े रहने का फरमान सुनाया है। यह कदम अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच एक संदेश देने के लिए था, जिससे वे अपने कार्यों को समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा कर सकें। वहीं अगर दोबारा किसी के साथ ऐसा किया, तो फिर से सजा मिल सकती है। वहीं दंपती की आवास से जुड़ी फाइल को सीईओ ने मंगलवार को तलब करते हुए एसीईओ से जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने को कहा है।
सीसीटीवी से की निगरानी
जानकारी के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने अपने ऑफिस में लगे सीसीटीवी कैमरे की स्क्रीन पर बुजुर्ग दंपती को काफी देर तक खड़े देखा था। जिसके बाद उन्होंने तुरंत आवासीय भूखंड विभागविभाग को निर्देश दिया कि उनकी समस्या का समाधान किया जाए। लेकिन उसके बावजूद 15-20 मिनट बाद जब सीईओ ने फिर से सीसीटीवी पर नज़र डाली थी, तो बुजुर्ग दंपति तब भी खड़े दिख रहे थे। जिसके बाद इस पर नाराज सीईओ आवासीय विभाग पहुंचे और कर्मचारियों की लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई है।