सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चीन को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि चीन नहीं चाहता कि भारत ग्लोबल साउथ में आगे बढ़े। वह यहां प्रतिस्पर्धा बढ़ाकर भारत के प्रयासों में रुकावट डालता है।
अफ्रीका भारत के लिए बन सकता है नया शक्ति केंद्र
दिल्ली में हुए जनरल बिपिन रावत मेमोरियल लेक्चर में जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत को अफ्रीका की संभावनाओं पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह भविष्य का एक शक्ति केंद्र बन सकता है।
उन्होंने चीन की रणनीति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि चीन लगातार अपनी ताकत बढ़ा रहा है और ग्लोबल साउथ में भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। उसकी सामरिक शक्ति (Strategic Power) सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है। चीन खुद को इस क्षेत्र की सबसे बड़ी शक्ति बनाना चाहता है और इसलिए वह भारत के विकास में बाधा डाल रहा है।
#WATCH | Delhi | Indian Army Chief General Upendra Dwivedi says, “… With the democratic shift and resource control race, we need to look at possibilities of Africa as a future power centre… India’s position will remain pivotal due to its geography, demography, democracy,… pic.twitter.com/eHAE63Di6g
— ANI (@ANI) March 16, 2025
SCO पर भारत को नजर क्यों रखनी होगी?
जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत, जो दुनिया की सबसे बड़ी आबादी, सबसे बड़ा लोकतंत्र और सातवां सबसे बड़ा देश होने के साथ ही एक महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति रखता है, फिर भी वैश्विक स्तर पर अपनी सही जगह नहीं बना पाया है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स को कई चुनौतियों और असफलताओं का सामना करना पड़ा है। ऐसे में हमें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की गतिविधियों पर खास नजर रखनी होगी।
चीन की रणनीति को लेकर सेना प्रमुख ने क्या कहा?
सेना प्रमुख ने जो बातें कहीं, वे चीन के बढ़ते आर्थिक और सामरिक प्रभाव से भारत के सामने आने वाली चुनौतियों को साफ दिखाती हैं। चीन की ताकत लगातार बढ़ रही है, और इसका असर कई तरीकों से भारत पर पड़ रहा है। एक तरफ उसका आर्थिक विकास वैश्विक व्यापार और निवेश को प्रभावित कर रहा है, तो दूसरी तरफ उसकी सैन्य ताकत भारत के लिए सुरक्षा से जुड़ी चिंता बढ़ा रही है। यह सिर्फ आर्थिक या सामरिक चुनौती नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिए जाने वाले फैसलों पर भी इसका असर हो सकता है, जो भारत के लिए एक बड़ी परेशानी बन सकता है।