Chinese Cyberattack on US Treasury

चीनी हैकर्स ने अमेरिका के ट्रेजरी विभाग पर किया साइबर हमला, दस्तावेज हुए चोरी

Chinese Cyberattack on US Treasury: सोमवार को अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने कांग्रेस को जानकारी दी कि इस महीने की शुरुआत में एक साइबर हमले के दौरान चीन सरकार के समर्थित हैकर्स ने अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के कंप्यूटरों तक पहुंच बना ली थी और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों को चुरा लिया था।

न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि चाइनीज़ हैकर्स (APT) ने एक थर्ड पार्टी साइबर सिक्योरिटी कंपनी, बियॉन्डट्रस्ट, से छेड़छाड़ की और अवर्गीकृत दस्तावेज़ों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की।

अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की सहायक सचिव, अदिति हार्दिकर ने कहा कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह हमला चीन की सरकार द्वारा प्रायोजित एडवांस्ड पर्सिस्टेंट थ्रेड (APT) ने किया है।

ट्रेजरी विभाग ने दी जानकारी 

सीनेट बैंकिंग कमेटी को लिखे गए ट्रेजरी विभाग के पत्र के अनुसार, हैकर्स ने ट्रेजरी डिपार्टमेंट के एंड-यूजर्स के लिए रिमोट तकनीकी सहायता देने वाली क्लाउड सेवा की सुरक्षा में सेंध लगाई थी। यह सुरक्षा खामी वेंडर द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ‘की’ तक पहुंच बनाने से हुई। ट्रेजरी विभाग ने बताया कि 8 दिसंबर को बियॉन्डट्रस्ट ने उन्हें इस सुरक्षा उल्लंघन की जानकारी दी। अब, अमेरिका की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) और FBI मिलकर हैकर्स के प्रभाव का आकलन कर रहे हैं।

CISA और FBI ने शुरू की जांच 

अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने बताया कि जब उन्हें साइबर अटैक की जानकारी मिली, तो CISA ने तुरंत उनके साथ मिलकर काम किया। जैसे ही सुरक्षा में सेंध के पुख्ता सबूत मिले, FBI और अन्य जांच एजेंसियों को भी इसकी सूचना दी गई।

ट्रेजरी विभाग के प्रवक्ता ने CNN को बताया कि हैक की गई सर्विस को बंद कर दिया गया है, और फिलहाल इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि हैकर्स अब भी ट्रेजरी विभाग के कंप्यूटर या किसी जानकारी तक पहुंच बना पाए हैं।

CNN के अनुसार, ट्रेजरी विभाग के अधिकारी अगले हफ्ते हाउस फाइनेंशियल सर्विस कमेटी के सामने इस साइबर अटैक का पूरा ब्यौरा पेश करेंगे, ताकि सुरक्षा सेंध का आकलन किया जा सके। हालांकि, इस बैठक का समय अभी तय नहीं हुआ है।

इस महीने के शुरु में हुआ साइबर अटैक

जॉर्जिया में स्थित बियॉन्डट्रस्ट के प्रवक्ता जॉन्स क्रीक ने रॉयटर्स को बताया कि कंपनी ने दिसंबर के पहले हफ्ते में अपने रिमोट सपोर्ट प्रोडक्ट से जुड़ी एक सुरक्षा समस्या का पता लगाया और इसे ठीक करने के लिए कदम उठाए। उन्होंने बताया कि बियॉन्डट्रस्ट ने इस घटना के बारे में प्रभावित कुछ कस्टमर्स और अधिकारियों को सूचित किया है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बियॉन्डट्रस्ट मामले की जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहा है।

 

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