डीवाई चंद्रचूड़ का शुक्रवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश (dy chandrachud) के रूप में अंतिम दिन था। उनके कई सहयोगियों ने शुक्रवार को CJI के रूप में चंद्रचूड़ की विदाई पर उनकी सराहना की। इस दौरान उनके सहयोगियों ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया, जिनकी सहनशक्ति असीमित है। वह स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली बनाए रखते हैं। कोर्ट में नई टेक्नोलॉजी के प्रयोग को सराहना देते हैं। यही नहीं संवेदनशील निर्णयों को सुनते समय दिमाग ठंडा और संयमित रखते हैं।
डीवाई चंद्रचूड़ के सहपाठी जस्टिस रॉय ने की तारीफ
विदाई कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस हृषिकेश रॉय, जो CJI चंद्रचूड के सहपाठी रहे हैं ने उनकी सराहना की। उन्होंने कहा, “वह (CJI चंद्रचूड़) मेरे सहपाठी हैं। हम चारों एक साथ जुड़े थे।” वहीं, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा ने CJI चंद्रचूड़ के साथ काम करने की यादें साझा करते हुए इसे एक असाधारण अनुभव बताया। न्यायमूर्ति नरसिम्हा ने कहा, “मुझे एक वकील के रूप में उनके सामने पेश होने का अवसर मिला और एक न्यायाधीश के रूप में उनके साथ बैठने का भी। यह असाधारण था।” वहीं, जब न्यायमूर्ति रॉय और न्यायमूर्ति नरसिम्हा ये बातें कह रहे थे, तो CJI चंद्रचूड़ भावुक हो गए।
जस्टिस खन्ना ने dy chandrachud के समोसा प्रेम के बारे में बताया
वहीं जस्टिस संजीव खन्ना ने CJI चंद्रचूड़ के समोसे के प्रति प्रेम के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने CJI चंद्रचूड़ के विदेशी जजों की तरह आकर्षण और सुंदर दिखने की बात करते हुए सराहना की तो फेरवल में मौजूद अन्य जजों और वकीलों के चेहरे पर हंसी आ गई।
उन्होंने कहा कि CJI चंद्रचूड एक अनुशासित जीवनशैली का पालन करते हैं। जिसमें सुबह 4 बजे उठना और शाकाहारी होना शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके जैसे व्यक्ति की जगह लेना मुश्किल होगा। उन्होंने आगे कहा, ” उन्होंने मेरे कार्य को आसान बना दिया है क्योंकि उन्होंने तकनीकी और डेटा के क्षेत्र में कई उन्नतियां की हैं। साथ ही मेरे कार्य को मुश्किल भी बना दिया है क्योंकि उनके स्तर तक पहुंचना कठिन होगा।
जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, “वह शाकाहारी हैं और सुबह 4 बजे उठते हैं। उन्हें समोसे पसंद हैं, लेकिन वह बैठकों के दौरान कुछ नहीं खाते। उनके पास संगीत, हाइकिंग, क्रिकेट जैसे शौक हैं। वह हमारे लिए कुछ भी लिख सकते हैं। न्यायमूर्ति खन्ना ने यह भी बताया कि CJI चंद्रचूड़ के लिए उनके चैंबर में कई विदाई कार्ड रखे गए थे, जिन्हें असहाय बच्चों द्वारा भेजा गया था। बता दें कि जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर को नए CJI के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
‘आपकी युवा दिखने वाली शक्ल हमें बूढ़ा महसूस कराती है’
वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बाहर जाते हुए CJI का आभार व्यक्त किया। सिंघवी ने कहा कि CJI चंद्रचूड ने वकीलों के तर्कों को धैर्यपूर्वक सुना और उन्हें सुनवाई के दौरान iPad का उपयोग करना सिखाया।
उन्होंने हल्के-फुलके अंदाज में कहा, “आप धैर्य की सीमा को पार कर गए हैं। आपने हमें 4 बजे शाम को थकावट के बावजूद सुना, जब वकील कोर्ट में भीड़ लगाए थे। आपने हमें सुनवाई के दौरान iPad का उपयोग करना भी सिखाया। कम से कम मैंने iPad का उपयोग करना सीखा। आपकी युवा दिखने वाली शक्ल हमें बूढ़ा महसूस कराती है। इस राज़ को आप हम सभी से साझा करें।”
‘CJI चंद्रचूड का विदाई समारोह कोर्ट में एक शून्य छोड़ जाएगा’
अटॉर्नी जनरल आर. वेणकटरमणि ने कहा कि CJI चंद्रचूड़ का विदाई समारोह (dy chandrachud farewell ) कोर्ट में एक शून्य छोड़ जाएगा। उन्होंने माहौल को हल्का करते हुए कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद सभी को नाचना चाहिए और उनका सुझाव अधिकांश लोग समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, “हाल ही में ब्राज़ील में एक सम्मेलन के बाद सभी ने नाचना शुरू कर दिया। अगर मैं आपसे कहूं कि आपके सेवानिवृत्ति पर सभी को नाचना चाहिए तो मुझे यकीन है कि अधिकांश लोग मेरे पक्ष में वोट करेंगे।”
सलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने CJI चंद्रचूड़ की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने न्याय के वितरण में पूरी निष्पक्षता बनाए रखी और उनकी उपस्थिति कोर्ट में बहुत याद की जाएगी। उन्होंने कहा, ” आपने न्याय के वितरण में पूरी निष्पक्षता सुनिश्चित की। हमें कभी संकोच महसूस नहीं हुआ। हम पूरी तरह से संतुष्ट थे कि हम अपना मामला पेश कर पाए। मेरे लार्ड्स ने हमेशा न्यायिक परिवार के संरक्षक के रूप में खड़ा किया। मैं अपने लार्ड्स से आखिरी बार बात कर रहा हूं, क्या मैं यह कहने की स्वतंत्रता ले सकता हूं कि डीवाई चंद्रचूड़ जी वास्तव में बहुत याद किए जाएंगे।”
‘मैंने कभी आपके जैसे न्यायाधीश को नहीं देखा’
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने भी CJI चंद्रचूड़ की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने उन समुदायों तक पहुंच बनाई जिनकी आवाज़ और उपस्थिति पहले कभी कोर्ट में नहीं देखी गई थी। सिब्बल ने कहा, “मेरे 52 साल सुप्रीम कोर्ट में बिताने के दौरान, मैंने कभी आपके जैसे न्यायाधीश को नहीं देखा, जिनकी सहनशक्ति असीमित हो। आपने देश के उन समुदायों तक पहुंच बनाई जिन्हें पहले कभी सुना या देखा नहीं गया था। आपने उन्हें इस अदालत के सामने लाया और दिखाया कि न्याय क्या है, चाहे आपने किसी भी विधि के क्षेत्र को छुआ हो। आपने एक अविस्मरणीय छाप छोड़ी है।”
सिब्बल ने आगे कहा, ”आपके पिता (पूर्व CJI YV चंद्रचूड़) ने उस समय कोर्ट को संभाला जब हालात उथल-पुथल में थे। आपने कोर्ट को संभाला जब मामले उथल-पुथल में थे। आपने मामलों का सीधे-साधे तरीके से सामना किया। आपके जैसे CJI कभी नहीं आएंगे।”
अपने विदाई समारोह में क्या वोले CJI डीवाई चंद्रचूड़
बता दें कि CJI चंद्रचूड़ ने 8 नवंबर 2022 को अपना कार्यकाल शुरू किया था। उस समय उन्होंने उधय उमेश लालित की जगह ली थी। उन्होंने 27 अगस्त 2022 से 8 नवंबर 2022 तक 49वें CJI के रूप में सेवा दी थी।
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