उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के अचलपुर में रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (cm yogi attacks mallikarjun kharge) पर तीखा हमला बोला है। सीएम योगी (yogi adityanath) ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि वोटों के लिए खड़गे अपने परिवार के बलिदान को भूल गए हैं।
‘खड़गे जी मुझ पर गुस्सा मत करिएगा’
योगी आदित्यनाथ ने खड़गे (mallikarjun kharge) के बचपन की त्रासदी की याद दिलाते हुए कहा, ”खड़गे जी मुझ पर गुस्सा मत करिए, अगर गुस्सा करना है, तो हैदराबाद के निजाम पर करिए। 1948 में हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने उनके गांव को जला दिया था। हिंदुओं का बेरहमी से कत्ल किया। जिसमें उनकी मां, चाची और बहन की मृत्यु हो गई थी। लेकिन खड़ेग जी सच्चाई नहीं बोलना चाहते। उन्हें डर है कि अगर निजाम पर कोई आरोप लगाया तो वोट खिसक जाएगा।
‘रजाकारों ने हिन्दुओं का कत्लेआम किया था’
योगी ने आगे कहा कि सभी जानते हैं कि रजाकारों ने हिन्दुओं का कत्लेआम किया था। लेकिन खड़गे जी ये सच्चाई स्वीकारना नहीं चाहते। वो वोट के लिए परिवार के बलिदान को भूल गए हैं।
रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने अपने “बांटेंगे तो कटेंगे” के नारे की आलोचना पर भी जवाब दिया। योगी ने कहा, “मैं एक योगी हूं, और मेरे लिए राष्ट्र पहले है, जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए तुष्टीकरण की राजनीति पहले है।”
हैदराबाद के निजाम ने भारत में विलय का विरोध किया था
बता दें कि साल 1948 में हैदराबाद के निजाम ने भारत में हैदराबाद के विलय का विरोध किया था। रजाकार एक निजाम समर्थक मिलिशिया थी जिसने भारत में विलय का समर्थन करने वाले स्थानीय हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार किए। इसके बाद भारतीय सेना ने हैदराबाद पर हमला किया और निजाम की सेना को हराया।
महा विकास अघाड़ी पर योगी का हमला
सीएम योगी ने महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर भी कटाक्ष किया। आदित्यनाथ ने कहा, “एमवीए ने महाराष्ट्र को ‘लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’ का केंद्र बना दिया है। वे एक ऐसा गठबंधन हैं जो राष्ट्रीय अखंडता को कमजोर करता है,”
मल्लिकार्जुन खड़गे की ‘सच्चे योगी’ पर टिप्पणी
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की खड़गे पर प्रतिक्रिया तब सामने आई जब उन्होंने सोमवार को झारख में एक चुनावी रैली में कहा था, ”सच्चा योगी कभी “बांटेंगे तो कटेंगे” जैसे बयान नहीं देगा। खड़गे ने कहा कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल “आतंकवादी” करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “कई नेता ‘गेरुआ’ वस्त्र पहनते हैं और सिर मुंडवाते हैं, कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। अगर आप सन्यासी हैं, तो गेरुआ पहनें और राजनीति से दूर रहें।”
बांटेंगे तो कटेंगे” नारा BJP के चुनाव प्रचार का मुख्य आधार
बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में आदित्यनाथ का “बांटेंगे तो कटेंगे” नारा बीजेपी के अभियान का मुख्य आधार बन गया है। इसे हिंदू मतों के एकीकरण और जातिगत मतदान को हतोत्साहित करने के आह्वान के रूप में देखा जा रहा है।
आदित्यनाथ की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने कहा कि खड़गे हमेशा देश को एकजुट करने के लिए काम करते रहे हैं।
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