CONGRESS LOKSABHA2024 FOURTH LIST: लोकसभा चुनाव 2024 के काँग्रेस उम्मीदवारों की चौथी सूची की घोषणा, मोदी के सामने होंगे अजय राय…
CONGRESS LOKSABHA2024 FOURTH LIST: दिल्ली। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने आज लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 4 सूचियों की घोषणा की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश के राजगढ़ से टिकट दिया गया है। वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ अजय राय को मैदान में उतारा गया है। कुल 46 उम्मीदवारों को काँग्रेस आलाकमान ने काफी मंथन के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है। इस बार अहम घोषणा में अजय राय का नाम है जो मोदी के खिलाफ वाराणसी में उतरे हैं।
अभी भी बाकी है कई बड़ी सीटों की घोषणा
अमेठी और रायबरेली सीटों के लिए अभी भी उम्मीदवारों का चयन नहीं हुआ है। इन 4 सूचियों में भी इन दो खास सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। कांग्रेस ने 46 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। जिसमें उत्तर प्रदेश से 9, उत्तराखंड से 2 और मध्य प्रदेश से 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। कुल 46 उम्मीदवारों की घोषणा की गयी है। इसके अलावा अभी काँग्रेस बाकी की सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर रही है। हालांकि अभी भी काँग्रेस भाजपा जीतने उम्मीदवारों की कुल संख्या के आसपास भी नहीं पहुँच पाई है।
Congress releases the fourth list of 46 candidates for the upcoming Lok Sabha elections.
Congress leader Digvijay Singh to contest from Rajgarh Lok Sabha Constituency, UP Congress President Ajay Rai from Varanasi, Imran Masood from Saharanpur, Virender Rawat from Haridwar and… pic.twitter.com/wpnr6kvoUr
— ANI (@ANI) March 23, 2024
13 राज्यों से कुल 46 उम्मीदवारों के नाम आए सामने
असम-1
अंडमान-1
चंडीगढ़-1
जम्मू और कश्मीर -2
सांसद-12
महाराष्ट्र- 4
मणिपुर- 2
मिजोरम- 1
राजस्थान- 3
तमिलनाडु- 7
उत्तर प्रदेश- 9
उत्तराखंड- 2
बंगाल- 1
उम्मीदवारों के नामों की देरी से घोषणा का नुकसान होगा काँग्रेस को?
इस सवाल का सीधा जवाब देखा जाए तो हाँ में ही मिलेगा। इसकी वजह है कि लोकसभा क्षेत्रों में घोषणा के बाद से ही प्रचार शुरू होगा। देरी से घोषणा होने की स्थिति में उम्मीदवारों को प्रचार करने के लिए समय नहीं मिलेगा। ऐसे में जनता काँग्रेस का जीत का झण्डा फहराने में कामयाबी कैसे हासिल करेंगे। कई लोकसभा क्षेत्रों के हर इलाके में पहुँचने के लिए इतना समय भी पर्याप्त नहीं है। ऐसी स्थिति में और ज्यादा देरी काँग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में नुकसानदायक साबित हो सकता है।
यह भी पढ़े: ED ACTION AAP OFFICE: AAP ऑफिस पर ED का शिकंजा जारी, केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी पर भी ED नज़र?