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Congress on Manipur Violence: कांग्रेस का मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना!

Congress on Manipur Violence: कॉंग्रेस ने आज मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार से सवाल पूछा है, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, और मणिपुर कांग्रेस के प्रभारी गिरीश चोडनकर, समेत कई नेताओं ने मणिपुर हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चुप्पी तोड़ने की मांग की। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 16 महीनों से मणिपुर जल रहा है। आगजनी, हत्याएं, लूट की वारदातें लगातार हो रही है, इसी हप्ते 11-12 लोगों की मौत, गांवों में ड्रोन से बम गिराए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के घर पर रॉकेट से हमला किया गया। मणिपुर के राज्यपाल के घर पर पथराव हो रहा है। जिलों में तो अभी भी कर्फ्यू लगा है, इंटरनेट पूरी तरह से बंद है, युवा सड़कों पर उतर चुके है। परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। पूर्व राज्यपाल ने हालात को अत्यंत गंभीर बताया, ऐसे में उनको हटाकर ऐसे राज्यपाल को नियुक्त करना जिसके पास मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार है सोचने वाली बात है। लेकिन लगता है की देश के प्रधानमंत्री के पास समय नहीं है कि वो मणिपुर चले जाएं। मणिपुर में हाई-टेक हथियार कहां से आ रहे हैं और कहा कि प्रशासन की ऐसी विफलता की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है।

प्रधानमंत्री मोदी चुनाव में मणिपुर नहीं जाते

कांग्रेंस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव में भी मणिपुर नहीं जाते हैं, जबकी बगल के राज्यों में  जाना हो विदेश घूमना हो बड़ो ही आराम से जाते है, बस मणिपुर नहीं जाना चाहते। मणिपुर में जब बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा था, तब भी प्रधानमंत्री सिर्फ 36 सेकेंड के लिए बोले थे। श्रीनेत ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री की नाक के नीचे राज्य जलता रहा और वह दिल्ली की कठपुतली बने रहे। अब वह मणिपुर के लिए आवाज उठाने का नाटक कर रहे हैं।

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राहुल गांधी मणिपुर में शांती ला रहे है – मणिपुर कांग्रेस प्रभारी गिरीश चोडनकर

मणिपुर कांग्रेस प्रभारी गिरीश चोडनकर ने कहा कि मणिपुर संकट शुरू होने के बाद राहुल गांधी ने तीन बार मणिपुर का दौरा किया और अपनी ओर से शांति लाने का प्रयास किया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानबूझकर स्थिति को नियंत्रण से बाहर जाने दे रहे हैं। ये संदेह इसलिए पैदा हुए क्योंकि राज्यपाल का अचानक तबादला कर दिया गया। मणिपुर पर प्रधानमंत्री की ओर से कोई बयान नहीं आया और संकट को हल करने के लिए उनके स्तर पर कोई प्रयास नहीं हुआ। गिरीश चोडनकर ने कहा कि राज्य के लोग दर्द, डर और चिंता में जी रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है, लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से मणिपुर को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कांग्रेस मांग करती है कि प्रधानमंत्री अपनी चुप्पी तोड़ें। प्रधानमंत्री उग्रवादी समूहों पर पूरी तरह से नकेल कसें

मणिपुर में 3 मई 2023 से उथल-पुथल जारी- केशम मेघचंद्र सिंह

मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष केशम मेघचंद्र सिंह ने कहा कि मणिपुर में 3 मई 2023 से उथल-पुथल जारी है। अब एक सितंबर के बाद से हिंसा और बढ़ गई है। अत्याधुनिक हथियारों, ड्रोन और विभिन्न स्थानों पर बमबारी के कारण कई नागरिकों की मौत हुई है। जबकि कई अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं। 60 हजार से जादा लोग राहत कैंपों में हैं और सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गए हैं, लेकिन पीएम मोदी मणिपुर को लेकर बेपरवाह हैं। यहा तक की मणिपुर में मौजूद दो राष्ट्रीय राजमार्ग जो मई 2023 से बंद हैं। जिसकी वजह से लोग उच्च महंगाई दर का सामना कर रहे हैं,

आजाद भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ जो मणिपुर में हो रहा है

वहीं कांग्रेस सांसद डॉ. ए बिमोल अकोइजाम ने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, वैसा स्वतंत्रता के बाद से भारत में कभी नहीं हुआ। संवैधानिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश से ज़्यादा दुनिया के दूसरे हिस्सों में चल रहे संकटों और संघर्षों की चिंता है। कांग्रेंस सासंद ने कहा की प्रधानमंत्री शायद मणिपुर को देश का हिस्सा ही नहीं मानते।

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