75वें संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीयों को त्वरित न्याय मिले, इसके लिए नई न्याय संहिता लागू की गई है। उन्होंने इस दौरान देश के संविधान निर्माताओं को नमन करते हुए कहा कि हमारा संविधान देश की हर अपेक्षा और जरूरत पर खरा उतरा है।
जम्मू-कश्मीर में पहली बार मनाया गया संविधान दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दंड आधारित व्यवस्था अब न्याय आधारित व्यवस्था में बदल चुकी है। उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार संविधान दिवस मनाया गया है। बता दें कि देश की आजादी के बाद से पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया जा रहा है।
भारतीय संविधान रास्ता दिखा रहा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा संविधान देश की हर अपेक्षा और जरूरत पर खरा उतरा है। उन्होंने कहा कि संविधान की ताकत के कारण ही आज बाबा साहब का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू हो पाया है। उन्होंने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया गया है। आज भारत परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है और भारत का संविधान हमें रास्ता दिखा रहा है। यह हमारे लिए एक मार्गदर्शक बन गया है।
संविधान निर्माताओं का अहम योगदान
सुप्रीम कोर्ट के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता ये जानते थे कि भारत की आकांक्षाएं, भारत के सपने समय के साथ नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि वो जानते थे कि आजाद भारत की और भारत के नागरिकों की जरूरतें बदलेंगी, चुनौतियां बदलेंगी। इसलिए उन्होंने हमारे संविधान को महज कानून की एक किताब बनाकर नहीं छोड़ा है, बल्कि इसको एक जीवंत, निरंतर प्रवाहमान धारा बनाया है।
26/11 हमले का जिक्र
26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पर्व का जब हम स्मरण कर रहे हैं, तब ये भी नहीं भूल सकते कि आज के ही दिन मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी बरसी है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले में जिन व्यक्तियों का निधन हुआ था, उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि मैं देश का यह संकल्प भी दोहराता हूं कि भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले हर आतंकी संगठन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।