Cryptocurrency scam

क्रिप्टोकरेंसी स्कैम: साइबर ठगों का नया तरीका, कैसे बचें और क्या करें अगर आप फंस जाएं?

क्रिप्टोकरेंसी स्कैम: क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ने के साथ-साथ इसके साथ जुड़ी ठगी और धोखाधड़ी की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। जिनकी जानकारी आम लोग नहीं रखते, वे आसानी से इन ठगों का शिकार बन जाते हैं। खासकर भारत जैसे देश में जहां अभी भी बहुत से लोग क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सही से नहीं जानते, साइबर ठगों के लिए यह एक सोने की खान बन गई है। अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी (How to Identify Cryptocurrency Scam)  में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि इस दौरान क्या खतरे हो सकते हैं और आप किस तरह से इनसे बच सकते हैं।

क्या है क्रिप्टोकरेंसी? ( What is Cryptocurrency)

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है, जो बैंकों या किसी तीसरी पार्टी के बिना सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भेजी जा सकती है। इसमें एन्क्रिप्शन का उपयोग किया जाता है, जिससे लेन-देन को सुरक्षित बनाया जा सके। बिटकॉइन, एथेरियम, और लाइटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। ये एक प्रकार के ऑनलाइन मुद्रा होते हैं जो किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित नहीं होते।

इसकी सबसे खास बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन को एक सार्वजनिक बही-खाते (ब्लॉकचेन) में दर्ज किया जाता है, जो पूरी दुनिया में देखा जा सकता है, लेकिन इससे जुड़े व्यक्तिगत विवरण गोपनीय रहते हैं। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से जुड़े खतरे भी कम नहीं हैं।

क्रिप्टोकरेंसी स्कैम्सम में ठग कैसे फंसाते हैं? (Ways of Cryptocurrency Scams)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency Scam) के नाम पर साइबर ठगों ने कई तरीके अपनाए हैं, जिससे वे लोगों से पैसे ठगते हैं। ठगी के ये तरीके बेहद सधे हुए होते हैं और आम आदमी को यह समझ पाना बहुत मुश्किल होता है कि वह ठगी का शिकार हो रहा है।

1. फर्जी वेबसाइट्स और फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स (Fake Cryptocurrency Apps and Websites)

कई बार ठग फर्जी वेबसाइट्स बना लेते हैं, जो दिखने में पूरी तरह से असली लगती हैं। यह वेबसाइट्स अक्सर किसी बड़े और प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Fraud) की तरह दिखती हैं। ठग इन वेबसाइट्स पर लोगों को निवेश करने के लिए आकर्षित करते हैं।

जब कोई व्यक्ति इस प्लेटफॉर्म पर निवेश करता है और जब वह पैसे निकालने की कोशिश करता है, तो वह देखता है कि उसका खाता बंद हो चुका है। इस प्रकार से यह वेबसाइट्स केवल ठगी के लिए बनाई जाती हैं। इसके अलावा कुछ साइट्स आपके क्रिप्टो वॉलेट की डिटेल्स चोरी करने के लिए बनती हैं। जब आप इन फर्जी वेबसाइट्स पर अपना पासवर्ड और प्राइवेट की डालते हैं, तो ठग आपके खाते से सारी रकम उड़ा लेते हैं।

2. फर्जी ऐप्स

इंटरनेट पर लाखों ऐप्स उपलब्ध हैं, और उनमें से कुछ क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग ऐप्स भी होते हैं। कुछ ठग इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर डाल देते हैं। ये ऐप्स देखने में असली लगते हैं, लेकिन इनमें कोई फायदेमंद फीचर नहीं होता। डाउनलोड करने के बाद यह ऐप्स आपके पैसे निकालने के लिए आपके वॉलेट की जानकारी चुराते हैं।

हालांकि, इन ऐप्स को बाद में हटा लिया जाता है, लेकिन इस दौरान कई लोग इनके शिकार हो जाते हैं। कभी भी अनजाने ऐप्स डाउनलोड करने से बचें, खासकर जब वह क्रिप्टोकरेंसी के बारे में हों।

3. फर्जी सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट्स

कुछ ठग अपनी स्कैम को बढ़ावा देने के लिए फर्जी सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट्स का इस्तेमाल करते हैं। वे प्रसिद्ध हस्तियों जैसे Elon Musk या Jeff Bezos का नाम लेकर दावा करते हैं कि ये लोग उनके क्रिप्टो प्रोडक्ट्स को सपोर्ट कर रहे हैं।

यह ठगों का एक बहुत ही शातिर तरीका है, क्योंकि लोग जब यह नाम सुनते हैं, तो उन्हें लगता है कि यह एक वास्तविक और सुरक्षित निवेश है। इसके बाद, ठग किसी तरीके से निवेश करने के लिए लोगों को मनाते हैं। लेकिन सच यह है कि इनमें से अधिकांश मामलों में ये सेलिब्रिटी किसी भी तरह से जुड़े नहीं होते। यह सिर्फ ठगों का एक तरीका होता है, जिससे वे आपकी मेहनत की कमाई चुरा लेते हैं।

4. पंप और डंप स्कीम्स

क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी एक और बड़ी ठगी की स्कीम है ‘पंप और डंप’। इसमें ठग किसी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत को अचानक से बहुत बढ़ा देते हैं। वे सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप्स और टेलीग्राम चैनल्स के माध्यम से लोगों को लालच देते हैं कि इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करें, क्योंकि यह बहुत तेजी से बढ़ने वाली है।

जैसे ही लोग इनकी बातों में आकर निवेश करना शुरू करते हैं, ठग अपनी सारी क्रिप्टोकरेंसी बेचकर निकल जाते हैं, जिससे कीमत गिर जाती है। इस स्कीम में आम निवेशक जो उम्मीद करते हैं कि वे लाभ कमाएंगे, वो अपना पैसा खो देते हैं।

5. फर्जी गिवअवे स्कैम्स

गिवअवे स्कैम्स भी एक आम तरीका है, जिससे ठग लोगों को फंसाते हैं। इसमें ठग दावा करते हैं कि वे किसी क्रिप्टोकरेंसी की ‘गिवअवे’ कर रहे हैं। वे आपको वादा करते हैं कि यदि आप उनका लिंक शेयर करेंगे या उनके द्वारा मांगी गई क्रिप्टोकरेंसी भेजेंगे, तो वे आपको दोगुना क्रिप्टोकरेंसी वापस भेजेंगे।

यह एक पूरी तरह से फर्जी स्कीम होती है। असल में वे आपको अपनी क्रिप्टोकरेंसी नहीं भेजते, बल्कि आपकी क्रिप्टोकरेंसी लेकर चंपत हो जाते हैं।

साइबर ठग महिलाओं को बना रहे शिकार?

कुछ विशेष केस में साइबर ठग महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं, खासकर उन महिलाओं को जो शेयर बाजार या क्रिप्टोकरेंसी के बारे में ज्यादा नहीं जानतीं। इन ठगों का तरीका इतना चालाक होता है कि वे महिलाओं को भरोसा दिलाते हैं कि वे आसानी से पैसे कमा सकती हैं।

ठगों का शिकार कैसे बनती हैं महिलाएं?

साइबर ठग पहले महिलाओं से जुड़ी एक आकर्षक योजना शुरू करते हैं। वे कहते हैं कि अगर आप निवेश करती हैं, तो कुछ ही महीनों में आपके पैसे दोगुने हो जाएंगे। इसके बाद वे कहते हैं कि “आप इस पैसे से दुबई या थाईलैंड जैसे देशों में घूम सकती हैं।”

यहां तक कि वे उन्हें जूम कॉल पर बुलाते हैं और बताते हैं कि आने वाले समय में आप इस क्रिप्टोकरेंसी से बहुत सारा पैसा कमा सकती हैं। जब महिलाएं इन बातों में आकर पैसे लगाती हैं, तो ठग उनका पैसा लेकर गायब हो जाते हैं।

फर्जी क्रिप्टोकरेंसी और खाते का इस्तेमाल

ठगों का तरीका और भी सधा हुआ होता है। वे फर्जी क्रिप्टोकरेंसी बना लेते हैं और निवेश के लिए एक अलग ऑनलाइन अकाउंट बनाते हैं, जो पूरी तरह से उनके नियंत्रण में होता है। फिर वे महिलाओं से उस अकाउंट में पैसे डलवाते हैं।

जांच के दौरान यह भी पता चला है कि ठग भारत में बैठे लोग अक्सर विदेशों से जुड़े होते हैं। वे अपने खातों से पैसे भारत में भेजते हैं और फिर उन पैसे को ठग कर विदेश में ले जाते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी ठगी से बचने के उपाय- (How to Avoid Cryptocurrency Scams)

1. लालच से बचें:

जब आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने जाते हैं, तो सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है कि आपको किसी भी प्रकार के लालच से बचना होगा। कई ठग यह दावा करते हैं कि वे आपको बहुत जल्दी बहुत बड़ा मुनाफा देंगे। अगर कोई आपको यह कहता है कि आपका निवेश दो या तीन गुना हो जाएगा, तो समझ जाइए कि यह किसी ठगी का हिस्सा हो सकता है।

क्योंकि ठग अक्सर लालच देकर लोगों को जाल में फंसाते हैं। वे यह वादा करते हैं कि कुछ ही दिन में आपको बहुत फायदा होगा, लेकिन असलियत यह होती है कि उनका मकसद सिर्फ आपका पैसा चुराना होता है।

साथ ही, अगर किसी स्कीम में आपको बहुत ज्यादा मुनाफा दिखाया जाए, तो यह भी एक रेड फ्लैग हो सकता है। हमेशा याद रखें, जो चीज़ ज्यादा मुनाफा देती है, वह भी ज्यादा जोखिम वाली होती है। इसलिए किसी भी योजना में निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी हासिल करें और लालच से बचें।

2. विश्वसनीय एक्सचेंज का चुनाव करें: (Safe Cryptocurrency Exchange)

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है कि आप किस प्लेटफार्म का चुनाव करते हैं।

हमेशा एक विश्वसनीय और मान्यता प्राप्त एक्सचेंज का चुनाव करें। कई फर्जी एक्सचेंज होते हैं जो ठगी के लिए बनाए जाते हैं। इन फर्जी वेबसाइट्स या ऐप्स पर निवेश करने से आपका पैसा खो सकता है।

विश्वसनीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जैसे Coinbase, Binance, WazirX या CoinDCX जैसे प्लेटफार्म हैं, जिनमें आपकी सुरक्षा पर ध्यान दिया जाता है और ये रेगुलेटेड होते हैं। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि जिस प्लेटफॉर्म पर आप निवेश कर रहे हैं, वह पूरी तरह से प्रमाणित और सुरक्षित है।

इन एक्सचेंजों के बारे में पूरी जानकारी पढ़ें, उनके बारे में ऑनलाइन रिव्यूज़ देखें और सुनिश्चित करें कि वे आपकी जानकारी और पैसों की सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। कभी भी किसी अजनबी या अनजान प्लेटफॉर्म पर निवेश न करें।

3. कभी भी निजी जानकारी न दें:

कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे वॉलेट की प्राइवेट की, पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी किसी से साझा न करें। आपका वॉलेट की प्राइवेट की केवल आपका हक होता है। अगर कोई आपके से यह जानकारी मांगता है, तो वह ठगी कर सकता है।

साइबर ठग अक्सर इस तरह के फर्जी वादों से आपको जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं। उदाहरण के लिए, वे आपको कहते हैं कि “हम आपके लिए क्रिप्टोकरेंसी की ट्रांजैक्शन आसान कर सकते हैं, बस अपना प्राइवेट की दे दो”। ऐसा कभी न करें।

साथ ही, अगर आप किसी क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म पर लॉग इन कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वह वेबसाइट सही है और सिक्योर कनेक्शन (https) का उपयोग कर रही है। अपने पासवर्ड को हमेशा मजबूत रखें और समय-समय पर उसे बदलते रहें।

4. अपने पैसे की निगरानी रखें:

जब आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं, तो यह जरूरी है कि आप अपने निवेश पर नजर रखें। शुरुआत में एक छोटा निवेश करें और उसे अच्छे से ट्रैक करें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपका निवेश कहां जा रहा है और क्या यह सुरक्षित है।

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के बाद किसी प्लेटफॉर्म पर किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखते हैं या आपको कोई ऐप/वेबसाइट संदेहास्पद लगे, तो उसे तुरंत बंद कर दें।

इसके अलावा, अपने खाते के इतिहास और लेन-देन को नियमित रूप से चेक करें। अगर आपको कुछ भी अजीब लगे, तो तुरंत अपनी सुरक्षा जांचें और अपनी निवेश राशि निकालने पर विचार करें।

5. स्मार्ट निवेश करें:

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आपको पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए। निवेश करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें और यह जानें कि आप किसमें निवेश कर रहे हैं। कभी भी बिना जानकारी के किसी भी क्रिप्टोकरेंसी या स्कीम में निवेश न करें।

यह जरूरी है कि आप अपने निवेश को समझकर करें और यह सुनिश्चित करें कि आप जिस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, वह सुरक्षित है। निवेश की छोटी-छोटी राशि से शुरुआत करें, ताकि यदि कुछ गलत होता है तो आपका नुकसान सीमित रहे।

साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सही जानकारी प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों से सलाह लें। जब आप कोई नई चीज़ शुरू कर रहे हों, तो सही मार्गदर्शन और जानकारी बेहद जरूरी है। आप क्रिप्टोकरेंसी पर आधारित ब्लॉग्स जैसे CoinDesk, CoinTelegraph, और Decrypt पढ़ सकते हैं, जो इस उद्योग से जुड़ी गहरी जानकारी प्रदान करते हैं। आप Blockchain advisory services या Crypto investment consulting firms जैसे कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं।

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी ठगी का शिकार हो गए हैं तो क्या करें?

क्रिप्टोकरेंसी ठगी (Cryptocurrency Scam in India) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और अगर आप भी इसका शिकार हो गए हैं, तो घबराने की बजाय आपको तुरंत कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब आप ठगी का शिकार हों, तो आपको क्या करना चाहिए, ताकि आप अपनी रकम वापस पा सकें और आगे ऐसी स्थिति से बच सकें।

1. तुरंत अपनी बैंक से संपर्क करें

अगर आपने किसी बैंक ट्रांजैक्शन के जरिए ठगों को पैसे भेजे हैं, तो सबसे पहला कदम है अपनी बैंक से संपर्क करना। जितना जल्दी हो सके अपनी बैंक को सूचित करें और उनसे कहें कि आपके खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकाला गया है। बैंक के अधिकारियों को पूरी जानकारी दें ताकि वे आपकी ट्रांजैक्शन को रोक सकें और आपके खाते को सुरक्षित कर सकें।

क्या करें:

  • – बैंक के कस्टमर सर्विस नंबर पर कॉल करें और बताएं कि आपने ठगी का शिकार हो गए हैं।
  • – अपने खाते की सुरक्षा के लिए जितनी जल्दी हो सके, पासवर्ड और पिन कोड बदलें।
  • – यदि आपके बैंक खाते से पैसे गए हैं, तो फ्रॉड ट्रांजैक्शन की रिपोर्ट दर्ज कराएं।

2. साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करें

भारत में ठगी (How to Report Cryptocurrency Scam) से संबंधित मामलों की जांच के लिए साइबर पुलिस का विभाग सक्रिय है। यदि आपको लगता है कि आप ठगी का शिकार हो गए हैं, तो आपको तुरंत साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करनी चाहिए। आप अपने नजदीकी साइबर पुलिस थाने में जाकर या ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं।

क्या करें:

  • – साइबर अपराध से संबंधित मामलों के लिए आप National Cyber Crime Reporting Portal (https://cybercrime.gov.in) पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  • – अपनी शिकायत में पूरी जानकारी दें, जैसे कि आपने किस प्लेटफॉर्म पर निवेश किया था, ट्रांजैक्शन की जानकारी, ठगों द्वारा दी गई जानकारी आदि।
  • – स्मार्टफोन या कंप्यूटर के स्क्रीनशॉट और किसी भी तरह के संदिग्ध ईमेल या संदेश भी पुलिस को दिखाएं।

3. सोशल मीडिया पर रिपोर्ट करें

कई बार धोखाधड़ी के मामलों का पता सोशल मीडिया के माध्यम से चलता है। यदि आपको लगता है कि आप ठगी का शिकार हो गए हैं, तो सोशल मीडिया पर इन घटनाओं को रिपोर्ट करना एक अच्छा तरीका हो सकता है। आप इसे Twitter, Facebook, या Instagram जैसी प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट कर सकते हैं, ताकि और लोग सावधान हो सकें और आपको सही मार्गदर्शन मिल सके।

क्या करें:

  • – ठगी से संबंधित फर्जी वेबसाइट या संदिग्ध लिंक के बारे में लोगों को जानकारी दें, ताकि दूसरों को भी इससे बचाया जा सके।
  • – अगर कोई ठगी का शिकार हुआ है, तो #cybercrime, #cryptoscam जैसे हैशटैग का उपयोग करें, ताकि पुलिस और साइबर क्राइम डिटेक्टिव्स को आपकी पोस्ट आसानी से मिल सके।

4. सभी लेन-देन की जानकारी इकट्ठा करें

अगर आप ठगी का शिकार हो गए हैं, तो आपकी लेन-देन की पूरी जानकारी इकट्ठा करना जरूरी है। इसमें बैंक ट्रांजैक्शन, पेमेंट रिसिप्ट, और ईमेल या संदेश जैसी जानकारी शामिल हो सकती है जो ठगों ने आपको भेजी हो। यह जानकारी आपकी शिकायत की प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाएगी।

क्या करें:

  • ♦- अपने सभी लेन-देन के स्मार्टफोन स्क्रीनशॉट और बैंक स्टेटमेंट्स सेव कर लें।
  • – सभी इंवॉयस, कॉन्फर्मेशन ईमेल, और चैट हिस्ट्री को सहेज कर रखें।

5. आपका निजी डेटा सुरक्षित रखें

ठगी के दौरान आपके निजी डेटा का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। अगर ठगों ने आपकी पैसा भेजने की जानकारी या पासवर्ड चुराए हैं, तो सबसे जरूरी कदम यह है कि आप अपने प्राइवेट डेटा को सुरक्षित करें।

क्या करें:

  • ♦- जितनी जल्दी हो सके, अपनी पर्सनल जानकारी, जैसे कि पासवर्ड, पिन और वॉलेट की जानकारी को बदलें।
  • – अगर आपने किसी क्रिप्टो वॉलेट में पैसे भेजे थे, तो उसे लॉक करें और नया वॉलेट एड्रेस बनाएं।

6. अपने अधिकारों का पालन करें और कानूनी मदद लें

अगर आप ठगी का शिकार हुए हैं और आप इसे रोक नहीं पा रहे हैं, तो आप कानूनी रास्ता भी अपना सकते हैं। साइबर क्राइम के कानून के तहत, ठगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। आप एक वकील से संपर्क करके अपनी स्थिति के बारे में कानूनी सलाह ले सकते हैं और जान सकते हैं कि आपके पास क्या अधिकार हैं।

क्या करें:

  • ♦- किसी कानूनी सलाहकार या साइबर क्राइम वकील से संपर्क करें, जो आपको ठगी के मामले में सही कानूनी सलाह दे सके।
  • – अपने केस को आगे बढ़ाने के लिए साइबर क्राइम कोर्ट में भी शिकायत कर सकते हैं।

7. अगले कदम के लिए तैयार रहें

ध्यान रखें कि ठगी के मामलों में रिकवरी की प्रक्रिया लंबी हो सकती है। इसलिए, अगर आपने ठगी का शिकार हो लिया है, तो आपको धैर्य रखना होगा। पुलिस और बैंक की जांच के बाद यदि ठग पकड़े जाते हैं, तो आपकी रकम की वसूली हो सकती है। हालांकि, इसमें समय लगता है, इसलिए आपको सतर्क और तैयार रहना चाहिए।