Datia News: दतिया। चुनाव में बेरोजगारी का मुद्दा प्रमुखता से रहा है। एमपी में भी बेरोजगारी दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दतिया में कृषि और गार्मेंट्स आधारित बड़े औद्योगिक कारखाने खोलने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी को दूर करने के लिए बड़े कारखाने की आवश्यकता को मंजूरी दी।
इसके अलावा उन्होंने वादा किया कि जो भी प्रस्ताव दतिया (Datia) के विकास के लिए उनके पास लाया जाएगा, वह उसे पूरा करेंगे। उन्होंने गरीब परिवारों के लिए मुफ्त इलाज और आवास की सुविधा देने का वादा भी किया है। दरअसल, सीएम मोहन यादव भिंड-दतिया लोकसभा क्षेत्र में रोड शो के लिए पहुंचे थे। उन्होंने जनता से बीजेपी (BJP) प्रत्याशी के लिए वोट डालने की अपील की।
दतिया वालों को मिलेगा रोजगार
मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दतिया में एक ऐसा उद्योग खोला जाएगा, जिसमें 4,000 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार मिलेगा। साथ ही जो भी मजदूर उद्योग में काम करेंगे उन्हें अलग से 5 हजार रूपए की सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाएगी। जिले (Datia News) को सीमेंट उद्योग के तौर पर भी जाना जाता है। इसके अलावा दतिया जिले का गुड़ भी काफी फेमस है।
बेरोजगारी बनी संकट
प्रदेश में रोजगार के तमाम दावे तो किए जाते हैं, लेकिन पिछले 5 सालों को देखा जाए तो बेरोजगारी (Unemployment) में 22.25 फीसदी की वृद्धि हुई है। राज्य में रोजगार पोर्टल पर 32 लाख से ज्यादा शिक्षित और 47 हजार से अधिक अशिक्षित पंजीकृत बेरोजगार दर्ज हैं। साल 2019 में रोजगार पोर्टल पर शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 26 लाख से ज्यादा और अशिक्षित 66 हजार से ज्यादा संख्या थी।
बता दें कि तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि पिछले पांच सालों में निजी क्षेत्र में 3 लाख 17 हजार से ज्यादा रोजगार दिए गए। अभी तक साल 2023-24 में 43 हजार से ज्यादा युवक-युवतियों को रोजगार दिया गया है।
वादे हैं वादों का क्या?
मुख्यमंत्री ने दतिया वालों को वादा तो कर दिया लेकिन क्या उनके सीएम रहते रोजगार का वादा पूरा हो पाएगा? जैसे ही चुनाव आते हैं नेता भी रैलियों में जनता से कई वादे करके चले जाते हैं। स्थानीय लोगों की भी यही शिकायत रहती है कि जीतने के बाद ना तो कभी कोई नेता उनकी परेशानियों को सुनता है और ना ही कोई विकास कार्य क्षेत्र में होता है।
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आज भी मध्य प्रदेश में रोजगार की बड़ी परेशानी है। बेरोजगार युवाओं को अपने घर से पलायन करना पड़ता है। पहले भी नेताओं ने जनता को रोजगार वाली गोली खिलाकर सिर्फ वोट की राजनीति ही की है। हाल ही में मध्य प्रदेश में 70 हजार अतिथि शिक्षकों की अप्रैल में सेवाएं समाप्त कर दी गईं। फिलहाल सीएम ने दतिया क्षेत्र के लोगों को रोजगार की बात कहते हुए एक भरोसा दिया है, जिस पर कई लोगों को भी काफी उम्मीदें हैं।
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