दिल्ली में विधानसभा चुनाव में महज चंद दिन ही बचे हैं। इस दौरान वोटर्स की नजरें पार्टी के घोषणा पत्रों पर हैं। आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने अपनी-अपनी घोषणाएं जारी कर दी हैं। हर पार्टी ने अपनी ओर से बड़े वादे किए हैं, जो दिल्ली के आम आदमी से लेकर खास लोगों तक के लिए हैं। लेकिन सवाल ये है कि इन वादों में कितना दम है और ये जनता को कितनी राहत देंगे? आइए, जानते हैं कि इन पार्टियों के घोषणापत्रों में क्या खास है और इनके वादों की असलियत क्या हो सकती है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के बड़े वादे
आम आदमी पार्टी ने दिल्लीवासियों के लिए काफी बड़े वादे किए हैं। इनके वादों में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज के सभी वर्गों के लिए योजना शामिल हैं।
महिलाओं के लिए 2100 रुपये प्रतिमाह
AAP ने दिल्ली की महिलाओं के लिए एक बड़ा वादा किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार बनते ही 18 साल से ऊपर की हर महिला को प्रतिमाह 2100 रुपये दिए जाएंगे। इस योजना का फायदा केवल दिल्ली के वोटर्स को मिलेगा, जो इस समय दिल्ली में रहते हैं।
छात्रों के लिए मुफ्त बस सेवा
AAP ने एक और बड़ा वादा किया है। दिल्ली में पढ़ाई कर रहे सभी छात्रों को मुफ्त बस सेवा दी जाएगी। केजरीवाल ने यह भी कहा है कि उनका लक्ष्य मेट्रो को भी मुफ्त करना है, और इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से पत्र भी लिखा है।
स्वास्थ्य और बुजुर्गों के लिए संजीवनी स्कीम
बुजुर्गों के लिए AAP ने संजीवनी स्कीम का वादा किया है। इस स्कीम के तहत 60 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज मिलेगा।
हर घर को साफ पानी दिल्ली में पानी की समस्या एक पुराना मुद्दा है, और AAP ने हर घर में साफ पानी पहुंचाने का वादा किया है। पहले से 20,000 लीटर पानी मुफ्त देने की योजना चल रही है, जिसे बढ़ाया जाएगा।
ऑटो ड्राइवरों के लिए मदद
AAP ने दिल्ली के ऑटो चालकों के लिए 10 लाख रुपये का बीमा और बेटी की शादी के लिए 1 लाख रुपये देने की योजना बनाई है। इसके अलावा, ऑटो ड्राइवरों को हर साल 5000 रुपये की बर्दी भी दी जाएगी।
बीजेपी (BJP) के घोषणापत्र की प्रमुख बातें
बीजेपी ने भी दिल्लीवासियों को बड़े वादों का झुनझुना दिखाया है। बीजेपी के वादे खासतौर पर विकास, सुरक्षा और महिलाओं के लिए हैं।
महिला सम्मान योजना
बीजेपी ने भी महिलाओं के लिए 2500 रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की है। यह राशि गरीब महिलाओं को मिलेगी और यह योजना आयुष्मान योजना के तहत लागू होगी।
झुग्गी-झोपड़ी का पक्का घर
बीजेपी ने दिल्ली में 1700 अनाधिकृत कॉलोनियों को पक्का करने और वहां रहने वालों को मालिकाना हक देने का वादा किया है। इसके अलावा, झुग्गियों को पक्का करने की योजना भी है।
यमुना नदी की सफाई
बीजेपी ने दिल्ली की यमुना नदी को साफ करने का वादा किया है। पार्टी ने कहा है कि अगले तीन सालों में यमुना को साबरमती नदी की तरह साफ किया जाएगा, ताकि लोग उसमें नहाने के लिए जा सकें।
ई-बसों की योजना
प्रदूषण को कम करने के लिए बीजेपी ने दिल्ली में 13,000 बसों को ई-बस में बदलने का वादा किया है। इससे प्रदूषण कम होगा और दिल्लीवासियों को राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य सुविधाएं
बीजेपी ने गर्भवती महिलाओं के लिए 21,000 रुपये और 6 पोषण किट देने का वादा किया है। इसके साथ ही, 13000 सील दुकानों को फिर से खोलने की भी योजना बनाई है।
कांग्रेस के 5 गारंटी वादे
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 5 गारंटी देने की बात की है। ये गारंटियां खासतौर पर गरीब और बेरोजगार वर्ग के लिए हैं।
महिलाओं को 2500 रुपये प्रति माह
कांग्रेस ने भी महिलाओं के लिए 2500 रुपये प्रतिमाह देने की योजना बनाई है। यह राशि महिलाओं को वित्तीय मदद देने के उद्देश्य से दी जाएगी।
बेरोजगारों को 8500 रुपये भत्ता
बेरोजगार युवाओं के लिए कांग्रेस ने 8500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है। यह वादा उन लोगों के लिए है जो नौकरी की तलाश में हैं।
स्वास्थ्य और गैस सिलेंडर की राहत
कांग्रेस ने 25 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस देने की योजना बनाई है। साथ ही, 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया है।
फ्री बिजली
कांग्रेस ने 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया है। यह वादा दिल्लीवासियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो बिजली बिल का बोझ उठाने में परेशान हैं।
क्या वादे होंगे पूरे?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। जहां AAP ने महिलाओं, छात्रों और बुजुर्गों के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया है, वहीं बीजेपी ने झुग्गी-झोपड़ी के लोगों के लिए घर और यमुना सफाई जैसे मुद्दों पर जोर दिया है। कांग्रेस ने भी 5 गारंटी वादों के तहत गरीबों और बेरोजगारों के लिए मदद देने की बात की है। अब सवाल यह है कि ये वादे कितने हकीकत में बदल पाएंगे, ये दिल्ली की जनता को तय करना है। 5 फरवरी को मतदान होगा, और यह चुनाव दिल्ली के भविष्य के लिए बेहद अहम साबित होने वाला है।
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