दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी ने कमर कस लिया है। इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने चुनाव लड़ने के लिए क्राउड फंडिंग कैंपेन शुरू किया है। बता दें कि सीएम आतिशी दिल्ली की कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि मुझे चुनाव लड़ने के लिए 40 लाख रुपये की जरूरत है, लोग अपनी इच्छा से कुछ भी दे सकते हैं।
सीएम आतिशी ने दिल्ली वालों से मांगा 40 लाख चंदा
मुख्मंत्री आतिशी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके क्राउड फंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है। इस दौरान आतिशी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि हम चुनाव के लिए बड़े व्यापारियों से पैसे नहीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि आप सरकार आम लोगों के लिए काम करती है। आतिशी ने कहा कि जनता के सपोर्ट और सहयोग से ही मैं कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ूंगी, उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए 40 लाख रुपये की जरूरत हैं। उन्होंने सभी लोगों से क्राउड फंडिग अभियान का समर्थन करने की अपील की है।
ईमानदारी की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव में मेरे Crowd Funding Campaign को सपोर्ट करें। LIVE https://t.co/R7CYMv9i2i
— Atishi (@AtishiAAP) January 12, 2025
आतिशी ने बीजेपी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री आतिशी ने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी पर भी निशाना साधा है। सीएम आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री ईमानदारी से काम करते हैं। उन्होंने दावा किया है कि हमने पिछली बार भी देश और दिल्ली की जनता से मदद मांगकर चुनाव लड़ा था और इस बार भी हम जनता के समर्थन और मदद से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे दिल्लीवासी 100 रुपये या 1000 रुपये देकर मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि दिल्ली वाले इस बार भी आम आदमी पार्टी की मदद करेंगे।
“आप ने जनता के पैसे से लड़ा हमेशा चुनाव”- आतिशी
सीएम आतिशी ने इस बात पर जोर दिया है कि आम आदमी पार्टी (आप) ने हमेशा अपने चुनाव अभियानों के लिए जनता के चंदे पर भरोसा किया है। उन्होंने इस दौरान याद करते हुए कहा कि कैसे आप ने पिछला चुनाव लोगों के “छोटे दान” से जीता था। आतिशी ने कहा कि जब से आप की सरकार बनी है, तब से दिल्ली के आम लोगों ने पार्टी को सपोर्ट किया है। उन्होंने कहा कि 2013 में भी लोगों ने चुनाव में छोटे-छोटे डोनेशन दिया था। उस समय नुक्कड़ सभा के बाद हम एक चादर फैलाते थे, जिसमें लोग 10 रुपये, 50 रुपये और 100 रुपये लोग डालते थे।