दिल्ली: बस मार्शलों की बहाली को लेकर हाईवोल्टेज ट्रामा, जानिए क्यों सौरभ भारद्वाज को पकड़ने पड़े BJP विधायकों के पैर

दिल्ली में बस मार्शलों की बहाली को लेकर शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जमकर हंगामा मचाया। एक समय नौबत ऐसी आ गई कि मंत्री सौरभ भारद्वाज को बीजेपी नेताओं के पैर तक पकड़ने पड़ गए।

क्या है मामला

दरअसल, दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन बसों में 10 हजार से अधिक मार्शलों के रूप में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात किया था। लेकिन नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने इन नियुक्तियों पर आपत्ति जाते हुए, यह कहते हुए इन्हें हटा दिया कि ये आपदा प्रबंधन कर्तव्यों के लिए नियुक्त हैं। जिसके बाद आज दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी और बीजेपी विधायकों के साथ बस मार्शलों की बहाली के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऑफिस पहुंची। यहां उन्हें इस मामले पर मंजूरी लेनी थी।

लेकिन आम आमदी का कहना है कि जैसे ही कैबिनेट नोट पास हुआ बीजेपी के विधायक सचिवालय से भागने लगे। विधायकों को भागता देख मंत्री सौरभ भारद्वाज पैर पकड़कर उन्हें रोकने लगे।

AAP ने पोस्ट शेयर कर बीजेपी पर बोला हमला

इससे जुड़ी तस्वीरे आम आमदी पार्टी ने अपने एक्स हैंटल पर पोस्ट किया और लिखा, ”बस मार्शलों की बहाली के लिए आज बीजेपी विधायकों के सामने कैबिनेट नोट पास करने के बाद उस नोट को लेकर LG के पास गई सीएम आतिशा और आप विधायक। बीजेपी विधायकों ने भागने का पूरा प्रयास किया लेकिन मंत्री सौरभ भारद्वाज और पार्टी के अन्य नेताओं ने उन्हें भागने नहीं दिया। CM आतिशी जी खुद BJP विधायक की गाड़ी में बैठकर LG House गईं ताकि बीजेपी विधायकों को भगाने का कोई भी मौका ना मिले।”

अरविंद केजरीवाल ने की अपने मंत्रियों की तारिफ

इसी बीच दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर अपने सोशल मीडिआ प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया। उन्होंने लिखा, ”मुझे गर्व है अपने मंत्रियों पर जो लोगों के काम करवाने के लिए किसी के पैरों में भी लेट जाते हैं।

मेरी LG साहिब और बीजेपी वालों से विनती है कि इस मुद्दे पर और राजनीति ना करें और तुरंत बस मार्शलों को नौकरी पर रखा जाए।

बीजेपी विधायकों से मिली थीं आतिशी

वहीं इस मुद्दे पर दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि बीजेपी विधायकों ने बीते गुरुवार को मुझसे मिलने का समय मांगा था। मैंने उनसे मुलाकात की। मीटिंग के दौरान हमने बीजेपी विधायकों को बस मार्शलों के मुद्दे के बारे में समझाया भी। हमने उनसे कहा कि ये बस मार्शलों का मामला एलजी के अधीन आने वाली सेवाओं के अंतर्गत आता है। लेकिन जब आज हम सब मार्शलों की बहाली को लेकर बीजेपी विधायकों के साथ एलजी के पास पहुंचे तो यहा बीजेपी की पोल खुल गई। बीजेपी नेता वहां से भागने लगे। आतिशी ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।

आतिशी ने आगे बताया कि इसे लेकर हमने एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक भी बुलाई थी। बैठक में बस मार्शल को पर्मानेंट करने के लिए दिल्ली विधानसभा द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया और उस पर प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए गए। लेकिन जब हम सभी एलजी हाउस पहुंचे तो वहां आने के बाद भी बीजेपी विधायक कैबिनेट नोट को उपराज्यपाल से पारित करने के लिए कहने के लिए तैयार नहीं थे। वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी का ये रवैया बस मार्शल के साथ विश्वासघात है ।

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