Dhariwal Doubts Unnecessary Police Parade Kota : कोटा। राजस्थान के पूर्व यूडीएच मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता शांति धारीवाल के एक शक की वजह से कोटा पुलिस को काफी देर तक बेवजह ही मशक्कत करनी पड़ गई। हालांकि बाद में जब शक दूर हुआ, तो पुलिस ने चेन की सांस ली। क्या है पूरा मामला..आपको बताते हैं।
धारीवाल के शक से पुलिस की मशक्कत
गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शांति धारीवाल सुबह मॉर्निंग वॉक करने कोटा के नयापुरा इलाके में स्थित छत्र विलास उद्यान गए थे। उद्यान में टहलते- टहलते पूर्व मंत्री धारीवाल की नजर एक पेड़ के ठूंठ पर पड़ी। धारीवाल ने इसे चंदन का पेड़ बताया। जिस पर चंदन के पेड़ की तस्करी की बात फैल गई।
नयापुरा पुलिस पहुंची मौके पर
पूर्व कैबिनेट मंत्री की मॉर्निंग वॉक के दौरान चंदन के पेड़ का ठूंठ नजर आने और चंदन की पेड़ की तस्करी की आशंका की खबर पुलिस तक भी पहुंच गई। जिस पर कुछ ही पलों में कोटा की नयापुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने छत्र विलास उद्यान पहुंचकर इस कटे हुए पेड़ की तलाश शुरू की।
उद्यान के कर्मचारियों ने बताई हकीकत
पुलिस पेड़ के ठूंठ की पड़ताल करते- करते उद्यान की सार- संभाल करने वाले कर्मचारियों तक पहुंची। लेकिन जैसे ही पुलिस ने उद्यान से जुड़े कर्मचारियों से पूछताछ की तो सारी हकीकत सामने आ गई। उद्यान के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि यह चंदन का पेड़ नहीं है, बल्कि कैंत का पेड़ है। जो तेज हवा की वजह से गिर गया था।
कर्मचारी बोले- हमने ही फोटो भेजी
उद्यान में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि कैंत का पेड़ गिरने के बाद उन्होंने ही नगर विकास न्यास को इसका फोटो भेजा था। उनकी तरफ से सड़क को क्लियर करने के लिए कहा गया। जिसके बाद पेड़ की कटिंग कर उसे सड़क से हटाकर साइड में रख दिया था। इसके बाद खुलासा हुआ कि जिस पेड़ को पूर्व मंत्री धारीवाल ने चंदन का समझा था, वो चंदन का नहीं कैंत का पेड़ था। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।
छत्र विलास में चंदन के कई पेड़
दरअसल, कोटा के छत्र विलास उद्यान में चंदन के काफी पेड़ लगे हुए हैं। यहां पहले चंदन के पेड़ काटकर ले जाने की घटनाएं भी हो चुकी हैं। जिसके चलते पार्क में 40 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
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