अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बहुमत हासिल किया है। जानकारी के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने 277 इलेक्टोरल सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि कमला हैरिस 226 सीटों पर जीत हासिल की है। बहुमत हासिल करने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
बहुमत के लिए 270 सीट
बता दें कि राष्ट्रपति बनने के लिए बहुमत यानी 270 इलेक्टोरल सीटें जीतना जरूरी है। हालांकि अमेरिका में मतदाता सीधे राष्ट्रपति को नहीं चुनते हैं। राष्ट्रपति का चयन 538 सदस्यीय इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा होता है। किसी भी उम्मीदवार को जीतने के लिए बहुमत यानी 270 या उससे अधिक इलेक्टोरल वोट्स हासिल करने होते हैं।
भारत से अलग चुनाव प्रकिया
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव भारत से बहुत अलग होता है। जैसे 2016 में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने ट्रंप से लगभग 30 लाख ज्यादा वोट प्राप्त किए थे, लेकिन चुनाव हार गई थीं। क्योंकि ट्रंप ने 306 इलेक्टोरल वोट्स लेकर बहुमत हासिल कर लिया था।
राष्ट्रपति बनने के साथ ट्रंप के नाम ये रिकॉर्ड
• बता दें कि राष्ट्रपति बनने के साथ ही ट्रंप के नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज होंगे। डोनाल्ड ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे, जो कानूनी अभियोग के तहत पद पर बने रहेंगे। गौरतलब है कि इसी साल मई की शुरुआत में न्यूयॉर्क की एक जूरी ने ट्रंप को व्यवसायिक दस्तावेजों में हेराफेरी से जुड़े सभी 34 आरोपों में दोषी पाया था। ये आरोप पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से उनके कथित संबंध और पैसा देकर चुप कराने से जुड़ा था।
• इसके अलावा अमेरिकी इतिहास में ट्रंप अब एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिनके खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान दो बार महाभियोग की कार्यवाही शुरू की गई है। बता दें कि महाभियोग एक प्रक्रिया है, जिसमें किसी सरकारी अधिकारी पर गलत काम करने के आरोप लगाए जाते हैं। वहीं अगर ट्रायल के दौरान दोषी पाया जाता है, तो उस अधिकारी को पद से हटाया जा सकता है।
• गौरतलब है कि ट्रंप के ऊपर पहली बार 2019 में हाउस द्वारा यूक्रेन के साथ उनके व्यवहार को लेकर महाभियोग लगाया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने अपने पुनः चुनाव की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए यूक्रेन से अनुचित मदद मांगी थी। लेकिन 2020 में सीनेट ने उन्हें बरी कर दिया।
• इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दूसरी महाभियोग की प्रक्रिया 2021 में तब शुरू हुई थी, जब एक हिंसक भीड़ ने कैपिटल पर हमला किया था। उस समय ट्रंप पर भीड़ को “विद्रोह के लिए उकसाने” का आरोप लगाया गया था,लेकिन एक बार फिर सीनेट ने उन्हें बरी कर दिया था। हालांकि तब तक वह खुद पद छोड़ चुके थे।
• बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के इतिहास में दूसरे ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिन्हें एक चुनाव हारने के बाद फिर चुना गया है। इससे पहले ग्रोवर क्लीवलैंड ने व्हाइट हाउस में दो बार सेवा दी थी, जब उन्होंने एक चुनाव हारने के बाद फिर से जीत हासिल की थी। उनका पहला कार्यकाल 1885 से 1889 तक था और दूसरा 1893 से 1897 तक था। वहीं ट्रंप ने 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में सेवा दी थी। उन्होंने डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन को हराया था. हालांकि 2020 के चुनाव में जो बाइडेन ने उन्हें हराया था।
20 जनवरी को शपथ ग्रहण
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप-राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को आयोजित होगा। इसके बाद वो आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति बन जाएंगे।