E-cigarettes Side Effects : ई-सिगरेट भी हो सकता है खतरनाक, जानें इसके पांच साइड इफेक्ट्स
E-cigarettes Side Effects: इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarettes) जिसे आमतौर पर ई-सिगरेट या वेप्स (Vapes) के रूप में जाना जाता है, बैटरी चालित उपकरण हैं जो एरोसोल के रूप में यूजर को निकोटीन (Nikotin) या अन्य पदार्थ पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। धूम्रपान (Smoking) बंद करने में सहायता के रूप में ई-सिगरेट का उपयोग बहस का विषय है। कुछ लोगों ने ई-सिगरेट का उपयोग करके सफलतापूर्वक धूम्रपान छोड़ दिया है।
हाल के वर्षों में ई-सिगरेट ने विशेष रूप से युवा व्यक्तियों के बीच लोकप्रियता हासिल की है। बाज़ार ई-सिगरेट उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करता है, जिसमें डिस्पोजेबल डिवाइस (disposable devices), पॉड सिस्टम (pod systems) और अनुकूलन योग्य मॉड ( customizable mods) शामिल हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ई-सिगरेट की सुरक्षा रिसर्च का एक जटिल और विकसित क्षेत्र है। जबकि ई-सिगरेट को अक्सर पारंपरिक सिगरेट के कम हानिकारक विकल्प के रूप में बताया जाता है, लेकिन इसके उपयोग से जुड़े संभावित जोखिमों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है। विशेष रूप से अनियमित या दूषित उत्पादों के उपयोग से फेफड़ों की गंभीर चोट और अन्य प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के मामले सामने आए हैं।
ई-सिगरेट कैसे बनता है (How e-cigarettes are made)
बैटरी: डिवाइस का पावर स्रोत।
एटमाइज़र: एरोसोल बनाने के लिए तरल (ई-तरल या वेप जूस) को गर्म करता है।
कार्ट्रिज या टैंक: इसमें ई-तरल होता है, जिसमें आम तौर पर निकोटीन, स्वाद और अन्य रसायन शामिल होते हैं।
माउथपीस: उपयोगकर्ता को एरोसोल को अंदर लेने की अनुमति देता है।
निकोटीन: तम्बाकू में पाया जाने वाला नशीला पदार्थ। कुछ ई-तरल पदार्थों में निकोटीन होता है, जबकि अन्य निकोटीन-मुक्त होते हैं।
प्रोपलीन ग्लाइकोल (पीजी) और वेजिटेबल ग्लिसरीन (वीजी): बेस तरल पदार्थ जो एरोसोल का उत्पादन करने में मदद करते हैं।
ई सिगरेट के दुष्प्रभाव (e cigarattes side effects)
जबकि ई-सिगरेट (या वेपिंग) के स्वास्थ्य प्रभावों का अभी भी अध्ययन किया जा रहा है, उनके उपयोग से जुड़े दुष्प्रभाव ज्ञात हैं। यहां पांच संभावित दुष्प्रभाव हैं:
श्वसन संबंधी समस्याएँ (Respiratory Issues)
ई-सिगरेट से उत्पन्न एरोसोल को अंदर लेने से फेफड़ों और वायुमार्ग में जलन हो सकती है। कुछ व्यक्तियों को खांसी, घरघराहट और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं।
निकोटिन की लत (Nicotine Addiction)
कई ई-सिगरेट में निकोटीन होता है, जो अत्यधिक लत लगाने वाला होता है। निकोटीन युक्त ई-सिगरेट के नियमित उपयोग से निर्भरता बढ़ सकती है, जिससे व्यक्तियों के लिए इसे छोड़ना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
हृदय पर बुरा प्रभाव (Cardiovascular Effects)
निकोटीन एक उत्तेजक है जो हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। यह जोखिम पैदा कर सकता है, विशेष रूप से पहले से मौजूद हृदय संबंधी समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए।
मस्तिष्क विकास पर प्रभाव (Impact on Cognitive Function)
चुकि किशोरों का मस्तिष्क अभी भी विकसित हो रहा होता है, और इस अवधि के दौरान निकोटीन के संपर्क में आने से संज्ञानात्मक कार्य और ध्यान पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। युवा लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता के कारण ई-सिगरेट एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बन गया है।
पॉपकॉर्न लंग (Popcorn Lung)
कुछ ई-सिगरेट में डायएसिटाइल सहित स्वाद बढ़ाने वाले तत्व होते हैं, जो पॉपकॉर्न लंग्स नामक स्थिति से जुड़े होते हैं। पॉपकॉर्न लंग फेफड़ों की एक गंभीर और अपरिवर्तनीय बीमारी है, जिसमें वायुमार्ग में घाव हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
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