Easter Sunday 2024

Easter Sunday 2024: क्यों मनाया जाता है ईस्टर संडे और इस दिन का अंडों से क्या है संबंध? जानें इसका रोचक इतिहास

Easter Sunday 2024: ईस्टर संडे ईसाईयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण और एक बड़ा पर्व (Easter Sunday 2024) माना जाता है। कुछ मान्यताओं के अनुसार ईसाई धर्म में ईस्टर शब्द ईस्त्र शब्द से मिलकर बना है। दरअसल गुड फ्राइडे के बाद जो भी संडे आता है, उसे ईस्‍टर संडे कहा जाता है। पवित्र ग्रंथ बाइबल के अनुसार गुड फ्राइडे को ईसाह मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था उसके बाद वह 3 दिन बाद यानी रविवार के दिन पुन: जीवित हो गए थे। इस साल ईस्टर डे 31 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। मान्यता है कि जिंदा होने के बाद ईसाह मसीह 40 दिनों तक जीवित रहे थे। लेकिन इस दिन रंग बिरंगे अंडो का खास महत्व होता है। आइए जानते है ईस्टर से जुड़ा रोचक इतिहास और इस दिन का अंडों से क्या है संबंध?

क्यों मनाया जाता है ईस्टर संडे:-

Easter Sunday 2024

ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह पर राजद्रोह का आरोप लगाने के बाद उन्हें सुली पर चढ़ाने की घोषणा की गई थी। गुड फ्राइडेक के दिन सूली पर चढ़ाने से पहले उन्हें कई प्रकार की शारीरिक यातनाएं दी गई थी और उसके बाद उन्हें क्रॉस पर उनके हाथ पैरों पर कील ठोक कर लटका दिया गया था।

इसके तीन दिन यानी ईस्टर संडे के दिन ईसा मसीह फिर से जीवित हो गए थे और इसके बाद 40 दिनों तक वह अपने शिष्यों के बीच रहकर प्रेम और सत्य का पाठ ​सिखाया। कहा जाता है कि 40 दिन बाद ईसा मसीह स्वर्ग लौट गए थे। इसी वजह से ईस्टर संडे का पर्व 40 दिनों तक मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन को हिंसा पर अहिंसा की जीत के रूप में मनाने की पंरपरा है।

जानें कैसे मनाया जाता है ईस्टर संडे

Easter Sunday 2024

ईस्टर पर्व का पहला सप्ताह इस्टर वीक के नाम से जाना जाता है। ईस्टर के अवसर पर देश भर में चर्च को खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है और चारों तरफ मोमबत्तियां जलाकर रोशनी की जाती है। इस दिन लोग अपने घरों को भी मोमबत्तियों से सजाते है। फिर ईसा मसीह को याद करते है और बाइबल का पाठ करते हैं। कहा जाता है कि ईसा मसीह ने स्वयं उन सभी लोगों को माफ कर दिया था जिन लोगों ने उन्हें कष्ट दिया था। यह पर्व दुश्मनी को भूल कर माफ करने का संदेश देता है।

ईस्टर संडे के दिन अंडों का क्या है महत्व

Easter Sunday 2024

ईस्टर डे में ईस्टर एग की खास परंपरा होती है। इस दिन लोग अंडों को अलग अलग तरीकों से सजाया जाता है और रंगों से रंगकर कलाकृतियां की जाती है और एक दूसरे को ​उपहार के तौर पर दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अंडे अच्छे दिनों की शुरूआत का संदेश देते है। इस दिन एक विशेष पंरपरा होती है जिसमें माता पिता अपने बच्चों से सजाए गए अंडों को छुपाते है और बच्चों को इन अंडों को ढूंढना होता है।

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