महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा इसे लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। महाराष्ट्र सीएम चेहरे ( maharashtra cm face) को लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर भी जारी है। लेकिन अभी तक किसी एक का भी नाम फाइनल नहीं हो पाया है। इस बीच ऐसी खबर आ रही है कि महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (eknath shinde) ने बीजेपी के सामने महाराष्ट्र सीएम के चुनाव के लिए तीन फॉर्मूले रखे हैं।
एकनाथ शिंदे की सतारा स्थित अपने गांव जाने से पहले गुरुवार की रात गृहमंत्री अमित शाह से सकारात्मक बातचीत हुई थी। अमित शाह के साथ हुई बैठक में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र सीएम के चुनाव के लिए तीन रास्ते बताए थे। जिसमें से एक को बीजेपी को चुनना है।
शिंदे ने बताए ये तीन फार्मूले
पहला फॉर्मूला
एकनाथ शिंदे ने बैठक में कहा कि इस बार का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव उनके चेहरे पर लड़ा गया। इसलिए महायुति को महिलाओं, मराठों और अन्य पिछड़ा वर्ग को वोट मिला। शिंद ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा लाई गई लाडली बहन योजना, आरक्षण निर्णय और अलग-अलग समुदायों के लिए गठित सहकारी बोर्डों की वजह से भी इस बार महायुक्ति को राज्य की जनता ने सत्ता में दोबारा वापसी करने का मौका दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिंदे ने अमित शाह के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्य की जनता को उम्मीद थी कि वही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। शिंदे ने कहा कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो समाज के इन वर्गों में गलत संदेश जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बैठक में कुछ सर्वे भी दिखाएं जो ये बताते थे कि मुख्यमंत्री के रुप में वे ही राज्य के लोगों की पहली पसंद हैं।
दूसरा फॉर्मूला
एकनाथ शिंदे ने अपने दूसरे फॉर्मूले में बताया कि अगर वह सीएम नहीं बनते तो उन्हें गृह, वित्त और राजस्व विभाग चाहिए। शिंदे का कहना था कि अगर उन्हें ये विभाग दिए जाते हैं तो राज्य में सत्ता का संतुलन बना रहेगा। सीएम फेस के फैसले के बाद यह तय किया जाएगा कि उपमुख्यमंत्री कौन बनेगा।
तीसरा फॉर्मूला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिंदे ने अपने तीसरे फॉर्मूले में कहा कि अगर उन्हें तीनों विभाग नहीं दिए जाते तो उनकी पार्टी सरकार का हिस्सा नहीं रहेगी। शिवसेना बाहर से सरकार को समर्थन देगी।
बीजेपी का सीएम ना बनना अनुचित!
गुरुवार को हुई बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने तो अपना पक्ष रखा दिया। अब बीजेपी को इन तीनों फॉर्मूलें पर विचार करना है। देखा जाए तो इन में से किसी एक पर भी बीजेपी मानती है तो इसमें फंसती हुई भी वही दिख रही है। वहीं बीजेपी ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि चुनाव में पार्टी ने सबसे ज्यादा 132 सीटें जीती हैं। अगर उनका सीएम नहीं बनेगा तो भी अनुचित होगा।
शिंदे के गांव जाने पर मची सियासत
बैठक के बाद शाह ने महायुति के तीनों नेताओं को मुंबई में शुक्रवार को फिर से मिलने का निर्देश दिया था। जिसमें सीएम फॉर्मूले पर चर्चा होनी थी। लेकिन एकनाश शिंदे ने इस अहम बैठक को छोड़ दिया और अपने गांव चले गए। बता दें कि पहले भी ऐसा देखा गया है कि जब भी कोई राजनीतिक फैसले लेने का समय आता है तो शिंदे अपने गांव चले जाते हैं। लेकिन ऐसी भी ख़बर सामने आई है कि मंत्री पद के बंटवारें को लेकर शिंदे नाराज हैं।
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