कहा जाता है कि बुढ़ापे में इंसान अकेला महसूस करता है और उसे किसी साथी की तलाश होती है। एक ऐसा साथी जो उसका अकेलापन दूर कर सके। लेकिन हर किसी को ऐसा साथी नहीं मिलता। ऐसे में अमीर लोग अपनी बढ़ती उम्र के बावजूद किसी जवान लड़की के शुगर डैडी बन जाते हैं, जबकि कुछ गरीब लोग इंटरनेट पर सच्चे प्यार की तलाश करते हैं। कुछ को तो सच में प्यार मिल जाता है लेकिन ज़्यादातर मामलों में बुजुर्ग लोग धोखा खा जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मामले के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के 63 साल के ट्रेसी स्केट्स (Tracey Skeates) की मुलाकात इंस्टाग्राम पर अमेरिका की रहने वाली एक महिला शार्लोट से हुई। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और ट्रेसी को शार्लोट (Charlotte) से प्यार हो गया। लेकिन रुकिए अभी इस कहानी में और भी मोड़ आने बाकी है।
शुगर डैडी बन पछताए ट्रेसी स्केट्स
ट्रेसी और शार्लोट की दोस्ती अक्टूबर 2023 में शुरू हुई थी। स्केट्स ने बताया कि शार्लोट के साथ उनका रिश्ता बहुत जल्दी बढ़ा और सिर्फ एक सप्ताह के भीतर ही उन्होंने शार्लोट का फोन ठीक करने के लिए उसे 500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर भेज दिए। एक महीने के भीतर शार्लोट ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया आना चाहती है और ट्रेसी से शादी करना चाहती है। यह सुनकर ट्रेसी बहुत खुश हुए और उन्होंने शार्लोट को हर महीने 4,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 2 लाख रुपए) तक की बड़ी रकम भेजना शुरू कर दी। 63 साल के पेंशनर ट्रेसी ने बताया कि अब तक उन्होंने शार्लोट को 40,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 22 लाख रुपए) दिए हैं। शार्लोट की लगातार मांगों को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी कार और कीमती गिटार भी बेच दिए है। वहीं शार्लोट हर बार ऑस्ट्रेलिया आने की बात करती लेकिन वह कभी नहीं आई।
ऑस्ट्रेलिया आने का दिया झांसा
ट्रेसी (Tracey Skeates) ने बताया कि शार्लोट ने पहली बार उड़ान भरने की कोशिश की थी, लेकिन हवाई अड्डे के रास्ते में उसके साथ मारपीट की गई और वह कोमा में चली गई थी। इसके बाद शार्लोट ने पांच बार अलग-अलग जगहों पर उड़ान भरने की कोशिश की लेकिन हर बार कोई न कोई समस्या आ जाती थी। एक बार उसने ट्रेसी को बताया कि किसी ने उसके सामान में दो ग्राम हेरोइन रख दी थी, जिसके कारण पुलिस के चक्कर में फंस गई। बावजूद इसके, शार्लोट लगातार बहाने बनाती रही और ट्रेसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा था।
ट्रेसी ने आगे बताया, ‘मैं हर दो हफ्ते में अपनी विकलांगता पेंशन का 80 प्रतिशत हिस्सा उसे भेज रहा था। इस वजह से मुझे खुद मुश्किल से खाना मिलता था, लेकिन मैं यह सब प्यार के नाम पर कर रहा था।’ उन्होंने कहा कि वह शार्लोट के साथ यात्रा करने का सपना देखते थे लेकिन अब उन्हें किसी उम्मीद की कोई उम्मीद नहीं रही। हाल ही में उन्हें यह पता चला कि शार्लोट, जिसके साथ उन्होंने भविष्य के सपने देखे थे असल में एक फर्जी अकाउंट थी।
लुटा दिए सारे रूपए अब टेंट में रहने को मजबूर
स्केट्स को यह बात तब पता चली कि शार्लोट असली नहीं है जब उन्होंने रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि शार्लोट की तस्वीरें असल में यिसेला एवेंडानो नाम की एक कोलंबियाई बिकनी मॉडल की हैं, जिनके इंस्टाग्राम पर लगभग एक मिलियन फॉलोअर्स हैं। हालांकि, सच्चाई सामने आने के बाद भी स्केट्स ने पैसे भेजना बंद नहीं किया। उन्होंने बताया कि वो पैसे भेजते थे, क्योंकि शार्लोट उनके दिमाग में इस तरह से घर कर गई थी कि वो सोच ही नहीं पाते थे। जब स्केट्स की बेटी तमिका को यह सच्चाई पता चली तो उसने समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। धीरे-धीरे उनके पैसे भी खत्म हो गए और अब ट्रेसी की हालत इतनी खराब हो गई है कि वह मजबूरी में टेंट में रहने लगे हैं। अब उनके पास पालतू जानवरों को खिलाने के लिए भी पैसे नहीं हैं, इसलिए वह उन जानवरों को किसी और को देने का सोच रहे हैं।
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