मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में ली आखिरी सांस

मशहूर तबला वादक और म्यूजिक कंपोजर जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। बता दें कि तबियत खराब होने पर 73 वर्षीय जाकिर हुसैन को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली है। जानकारों के मुताबिक जाकिर हुसैन की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, वह आईसीयू में भर्ती थे और लगातार उनकी हालत बिगड़ रही थी।

जाकिर हुसैन के पिता भी थे तबला प्लेयर

जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को हुआ था। जाकिर हुसैन ने अपने करियर में तीन ग्रैमी अवॉर्ड जीतने के अलावा पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था। उनके पिता उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी भी तबला वादक थे। बता दें कि जाकिर हुसैन ने पढ़ाई पूरी करने के बाद संगीत की दुनिया में आ गये थे।

इतनी कम उम्र में किया था पहला कॉन्सर्ट

जाकिर हुसैन ने 11 साल की उम्र में अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट करके सबको हैरान कर दिया था। इसके बाद उन्होंने 12 साल की उम्र से ही पिता के साथ कॉन्सर्ट में जाना शुरू कर दिया था। जाकिर हुसैन को अमेरिका में हमेशा से खूब मान सम्मान मिला है। उन्हें साल 2016 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऑल स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। इसमें शामिल होने वाले जाकिर हुसैन पहले भारतीय संगीतकार थे।

जाकिर हुसैन का परिवार

बता दें कि उस्ताद जाकिर हुसैन ने Antonia Minnecola से शादी की थी। एंथोनिया एक कथक डांसर और टीचर होने के साथ ही उनकी मैनेजर भी हैं, उनकी दो बेटियां हैं।

इस बीमारी से ग्रसित थे जाकिर हुसैन

उस्ताद जाकिर हुसैन के एक करीबी ने बताया कि उन्हें रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) की समस्या थी। उन्हें पिछले एक सप्ताह से हृदय संबंधी समस्या के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 1951 में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हुआ था। भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। वहीं साल 1999 में उन्हें ‘यूएस नेशनल एंडॉमेंट फॉर द आर्ट्स’ ने नेशनल हेरिटेज फेलोशिप से सम्मानित किया था।