फांगनोन कोन्याक ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनके पास आए और उन पर चिल्लाने लगे, जिससे वह असहज महसूस करने लगीं। उनका कहना था, “जब राहुल गांधी मेरे पास आए, तो अचानक चिल्लाने लगे। यह बेहद असहज करने वाला था और मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।
प्रदर्शन के दौरान क्या हुआ?
कोन्याक के मुताबिक, जब बीजेपी सांसद फांगनोन कोन्याक संसद के मकर द्वार के पास प्रदर्शन कर रही थीं कभी अचानक राहुल गांधी वहां पहुंचे और उनके पास आकर जोर-जोर से चिल्लाने लगे। फांगनोन कोन्याक इस घटना को लेकर बेहद नाराज हैं। उनका कहना है, “राहुल गांधी मेरे पास आए और मुझ पर चिल्लाने लगे। मैं बहुत असहज महसूस करने लगी। यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए था। एक महिला के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए, खासकर जब वह नागालैंड जैसी जगह से आ रही हो।”
#WATCH | Delhi: BJP Rajya Sabha MP Phangnon Konyak says, “LoP Rahul Gandhi came close… I did not like it and he started shouting…Whatever happened today is very sad, this should not happen. We did not like the way they threatened…I have also complained to the Chairman…” https://t.co/d83HUvwQFl pic.twitter.com/oGtaja66le
— ANI (@ANI) December 19, 2024
राहुल गांधी ने गरिमा को पहुंचाई ठेस
कोन्याक ने कहा कि चिल्लाने का तरीका और उनका बर्ताव बेहद अपमानजनक था। “मैं अपनी बात रखने के लिए प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन राहुल गांधी का उस वक्त मुझसे इस तरह का बर्ताव करना बहुत ही निराशाजनक था। उनका यह व्यवहार मेरी गरिमा और आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला था। मैं इस घटना से दुखी हूं।”
कोन्याक ने यह भी कहा कि वह अपनी रक्षा कर सकती थीं, लेकिन उनका यह कहना था कि एक महिला के साथ इस तरीके से व्यवहार करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। “मैंने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया था, लेकिन अचानक राहुल गांधी का इस तरह चिल्लाना बेहद मानसिक रूप से आहत करने वाला था।”
कोन्याक ने राज्यसभा के सभापति से की शिकायत
इस विवाद के बाद, फांगनोन कोन्याक ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से इस पूरे मामले की शिकायत की। उन्होंने कहा, “मैं आज बेहद दुखी हूं। राहुल गांधी ने मेरे साथ जो किया, वह मेरे आत्मसम्मान को नुकसान पहुंचाने वाला था। मैं अब सदन में सुरक्षा की मांग करती हूं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
कोन्याक ने यह भी कहा कि महिला सांसदों के साथ इस तरह के व्यवहार को पूरी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उनका कहना था कि उन्हें और अन्य महिला सांसदों को संसद में अपनी गरिमा और सम्मान का पूरा अधिकार है।
कौन हैं फांगनोन कोन्याक?
फांगनोन कोन्याक नागालैंड से राज्यसभा की पहली महिला सदस्य हैं। उन्होंने मार्च 2022 में राज्यसभा में अपनी जगह बनाई थी। इसके अलावा, वह नागालैंड में बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी हैं। उनकी शिक्षा की बात करें तो कोन्याक ने अपनी स्कूली पढ़ाई होली क्रॉस हायर सेकेंडरी स्कूल, दीमापुर से की है। बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री की है।
फांगनोन कोन्याक ने यह मामला उठाते हुए कहा कि अगर महिला सांसदों के साथ इस तरह के व्यवहार किए जाएंगे, तो संसद में काम करना मुश्किल हो जाएगा। “महिला सांसदों की गरिमा का सम्मान किया जाना चाहिए। अगर हम सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे तो संसद में अपनी आवाज कैसे उठा पाएंगे?”
उन्होंने यह भी कहा कि वह अकेली नहीं हैं, बल्कि कई अन्य महिला सांसदों को भी इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ा है। यह सिर्फ उनके साथ नहीं, बल्कि बाकी महिलाओं के साथ भी हो सकता है।
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