पंजाब और हरियाण के शंभू बॉर्डर पर पिछले 8 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों (kisan andolan ) ने आज दिल्ली कूच की कोशिश की। बिना ट्रैक्टर ट्रॉली के किसानों का 101 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पैदल ही दिल्ली की ओर बढ़ने लगा। लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। किसानों को रोकने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए और बल का प्रयोग किया गया। जिसके बाद गुस्साए किसानों ने अपने मार्च को रोकर एक प्रेस कॉनफ्रेंस की और सरकार को रविवार तक का अल्टिमेटम दिया है। सरवन सिंह पढे़र ने कहा कि हम केंद्रीय कृषि मंत्री से बात करना चाहते हैं। अगर कृषि मंत्री से बात नहीं हुई तो रविवार दोपहर 12 बजे के बाद फिर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
KMM और SKM की प्रेस कॉन्फ्रेंस
किसानों और पुलिस के बीच हुई हिंसक टकराव के बाद KMM और SKM ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सरवन सिंह पढे़र ने कहा कि पहले हमे बोला जाता था कि हम ट्रैक्टर और ट्रॉली लेकर आते हैं। आज तो हम पैदल जा रहे थे। लेकिन तब भी हमे रोका गया। हम पर जिस तरह से हमल किया वह यह दिखाता है कि ये हमारी नैतिक जीत है। हम पहले भी बातचीत के लिए तैयार थे और अब भी तैयार हैं। हम केंद्री कृषि मंत्री से बात करना चाहते हैं।
#WATCH | At the Shambhu border, farmer leader Sarwan Singh Pandher says, “…We will wait till tomorrow for talks with the government, otherwise, a ‘Jattha’ of 101 farmers will march towards Delhi on 8 December at 12 noon… I think the Prime Minister is not even listening to the… pic.twitter.com/yrPRS95I4p
— ANI (@ANI) December 6, 2024
किसानों के साथ टकराव में 8 लोग घायल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए पंढ़ेर ने आगे कहा कि आज पुलिस और किसानों के बीच जिस तरह से टकराव हुआ उसमें 8 लोग घायल हुए हैं। वहीं दो लोग गंभीर रूप से चोटिल बताए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने हम किसानों को रोकने के लिए बल का इस्तेमाल किया। हम तो निहत्थे थे और अनुसान के साथ 101 लोग पैदल चल रहे थे। पंढेर ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहता हूं कि हमारे साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
हमने कड़ी मेहनत करके भारत तो अनाज पैदा करने लायक बनाया
किसान नेताओं ने कहा कि जब देश अनाज के लिए बाहर से भीख मांगता था तो हमने कड़ी मेहनत करके भारत तो अनाज पैदा करने लायक बनाया। यह हमारी नैतिक जीत है। हमें किसानों के मुद्दे पर बात करना है। हम उससे भागने वाले नहीं। हम रविवार दोपहर में फिर से 12 बजे से दिल्ली चलों अपना मार्च शुरु करेंगे। हमने अपना दिल्ली मार्च आज और कल आधे दिन ते लिए टाल दिया है। सरकार ने हमसे बातचीत के लिए संपर्क किया है। इसलिए हमने आज और कल के लिए अपना मार्च टाल दिया है।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए छोड़े आंसू गैस
शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए बढ़ रहे 101 किसानों को रोकने के लिए पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प देखने को मिली। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। अंबाला जिसा प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को रेकने के लिए पहले ही धारा 163 लागू करने का आदेश जारी किया था। धारा 163 के तरह पांच से अधिक लोगों को एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई थी। किसानों के आंदोलन को रोकरे के लिए 6 से 9 दिसंबर तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गईं थी।