फ्रांस के वैल-डी’ओइस प्रान्त के बौफेमोंट शहर में स्थित एक रिटायरमेंट होम में लगी आग ने तीन लोगों की जान ले ली। आग ने पूरे आवास को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे तीन लोग अपनी जान गंवा बैठे और नौ अन्य लोग घायल हो गए। इन तीनों मृतकों की उम्र 68, 85 और 96 वर्ष थी, और उनका निधन धुएं के कारण हुआ। इस हादसे ने पूरी तरह से शहर को शोक में डुबो दिया है।
क्या हुआ था?
घटना बौफेमोंट के एक रिटायरमेंट होम की है, जहां अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद धुएं के कारण घबराहट का माहौल बन गया। मेयर मिशेल लैकॉक्स ने मीडिया को बताया कि यह हादसा हमारे शहर के लिए एक बड़ा शॉक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह हादसा लगता है कि कोई दुर्घटना थी और इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। आग की शुरुआत एक कपड़े धोने के कमरे से हुई थी और फिर यह तीसरी मंजिल तक फैल गई। घटना के बाद मौके पर तुरंत ही 140 फायर ब्रिगेड की टीमों को तैनात किया गया, जिन्होंने काफी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। इस हादसे में घायल हुए लोगों में सात निवासी और दो स्टाफ सदस्य शामिल थे। घायलों को पेरिस के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है, और उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
तीन की जान गई, नौ घायल
घटना में तीन लोगों की मौत हुई है, जिनकी उम्र क्रमशः 68, 85 और 96 वर्ष थी। ये तीनों रिटायरमेंट होम के निवासी थे और उनकी मौत धुएं के प्रभाव के कारण हुई। हादसे में घायलों की संख्या नौ रही, जिसमें से आठ को पेरिस के अस्पतालों में भर्ती किया गया है। इनमें सात रिटायरमेंट होम के निवासी थे, और दो स्टाफ सदस्य भी आग की चपेट में आकर घायल हो गए। इस हादसे के बाद, फ्रांस की नागरिक सुरक्षा एजेंसी और स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल पर तैनात होने के बाद फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में मदद की। कमांडेंट एड्रियन पोनिन-सिनापयेन ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यह एक गंभीर दुर्घटना थी, जिसका असर लंबे समय तक लोगों पर रहेगा।
आग पर काबू पाया गया अग्निशमन विभाग ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अधिकारियों के अनुसार, आग की शुरुआत कपड़े धोने के कमरे में हुई थी, जो तीसरी मंजिल तक फैल गई। आग पर काबू पाने के लिए मौके पर भारी तादाद में फायर ब्रिगेड तैनात किए गए थे। इस गंभीर हादसे ने शहर में शोक की लहर दौड़ा दी है।
एफिल टॉवर पर लगी थी आग
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में, पेरिस के प्रसिद्ध एफिल टॉवर पर भी आग लगने की घटना हुई थी। क्रिसमस डे की पूर्व संध्या पर एफिल टॉवर के पहली और दूसरी मंजिल के बीच आग लग गई थी। उस वक्त पेरिस में भारी भीड़ थी और आसपास के लोग अफरा-तफरी में थे। आग लगने के बाद 1200 से ज्यादा लोगों को तुरंत निकाला गया था। इस घटना में हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी, लेकिन आग को देखते हुए सभी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए आपातकालीन सेवाएं तत्पर थीं।
फ्रांस में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
फ्रांस में इन दोनों घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े किए हैं। एक तरफ रिटायरमेंट होम की आग और दूसरी तरफ एफिल टॉवर की घटना ने यह साफ कर दिया कि सार्वजनिक और निजी स्थानों पर सुरक्षा की स्थिति को और मजबूत करने की जरूरत है। दोनों घटनाओं के बाद अब सरकार और प्रशासन इस बात पर विचार कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है।
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